यूपी सियासत: 'महाकुंभ में एक भी महिला के साथ उत्पीड़न, लूट की खबर नहीं', विधानसभा में CM योगी का बड़ा दावा

- महाकुंभ को लेकर सीएम योगी का बड़ा दावा
- सपा पर साधा जोरदार निशाना
- 66 करोड़ लोग आए महाकुंभ- सीएम योगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार (4 मार्च) को विधानसभा में महाकुंभ को लेकर चर्चा की। उन्होंने दावा किया कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कुल 66 करोड़ लोग त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए आए थे। इनमें से आधी संख्या महिलाओं की थी। लेकिन फिर भी उत्पीड़न, लूट, अपहरण या हत्या की एक भी खबर सामने नहीं आई है। इसी के साथ सीएम ने समाजवादी पार्टी पर भी जोरदार प्रहार किया है।
#WATCH | Speaking in Assembly on Prayagraj Mahakumbh, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "In 45 days of Mahakumbh, more than 66 crore people from the country and the world visited the Mela. Out of the 66 crore people who visited Mahakumbh, half of them must have been women… pic.twitter.com/lFZVktEwTc
— ANI (@ANI) March 4, 2025
सपा पर जोरदार निशाना
समाजवादी पार्टी (सपा) को घेरे में लेते हुए सीएम ने कहा कि आप भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं। आपने कहा कि हमारी सोच सांप्रदायिक है लेकिन आप हमें बताएं कि हम कैसे सांप्रदायिक हो सकते हैं? हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं। 45 दिनों के आयोजन (महाकुंभ) ने भारत की विरासत और विकास की एक अनुपम छाप न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में छोड़ी है।
सीएम योगी का बड़ा दावा
महाकुंभ को लेकर सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ के 45 दिनों में देश और दुनिया से 66 करोड़ से अधिक लोग मेले में आए। महाकुंभ में आए 66 करोड़ लोगों में से आधी संख्या महिला तीर्थयात्रियों की रही होगी, लेकिन उत्पीड़न, लूट, अपहरण या हत्या की एक भी घटना नहीं हुई। महाकुंभ में अपेक्षा से अधिक लोग आए और जो लोग आए और पवित्र स्नान किया, वे अभिभूत होकर लौटे। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी प्रयागराज महाकुंभ की प्रशंसा की।
'महाकुंभ में कोई भेदभाव नहीं'
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि आज की समाजवादी पार्टी डॉ. लोहिया का नाम तो लेती है, लेकिन उनके आदर्शों से दूर हो गई है। डॉ. लोहिया के आचरण, आदर्शों और सिद्धांतों को सपा भूल गई है। उन्होंने कहा कि विष्णु, शंकर और राम भारत की एकता के आधार हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी इसमें विश्वास नहीं करती। हम सबका साथ-सबका विकास की बात करते हैं। महाकुंभ में भारत की विरासत और विकास की अनूठी छाप देखने को मिली। महाकुंभ में जाति, धर्म या क्षेत्र के आधार पर किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं देखा गया।
Created On :   4 March 2025 5:50 PM IST