लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल और केरल में विपक्षी एकता का बिगड़ा समीकरण! टीएमसी, कांग्रेस और सीपीएम आमने-सामने

लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल और केरल में विपक्षी एकता का बिगड़ा समीकरण! टीएमसी, कांग्रेस और सीपीएम आमने-सामने
  • विपक्षी एकता का बिगड़ा समीकरण
  • केरल में सीपीएम तो बंगाल में टीएमसी से खींचतान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विपक्षी एकता के चार दिन बाद ही इस एकता को लेकर खुद विपक्षी दल संशय में आते जा रहे हैं। संशय इस बात को लेकर है कि जब वो पहले से ही कुछ प्रदेशों में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते रहे हैं तो अब एक कैसे हो सकते हैं? बिहार के सीएम नीतीश कुमार के अगुवाई में 23 जून को राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। जिसमें देश के 15 विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे। इस बैठक में देश की सबसे बड़ी विपक्ष की पार्टी कांग्रेस भी शामिल थी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं। साथ ही सीपीएम के नेता सीतीराम येचूरी भी शामिल हुए थे। इन तीनों पार्टियों को लेकर खास चर्चा है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय बना है कि कांग्रेस-सीपीएम बंगाल में टीएमसी के खिलाफ हुंकार भरती रही है। वहीं केरल में कांग्रेस और सीपीआई एक दूसरे की कट्टर विरोधी हैं तो इस परिवेश में गठबंधन कर बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने का जो सपना विपक्षी दलों ने देखा है वो पूरा हो पाएगा।

दरअसल, बीते सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से केरल कांग्रेस अध्यक्ष और वहां के कुछ विधायक मिले थे। जिसके बाद गांधी ने ट्विटर पर फोटो शेयर कर लिखा, "कांग्रेस पार्टी डराने-धमकाने और प्रतिशोध की राजनीति से नहीं डरती है।" विपक्षी एकता की बैठक में ममता बनर्जी ने सीपीएम और कांग्रेस को भाजपा के साथ गठजोड़ करने का आरोप लगाया था। अब इसी के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या भगवा पार्टी के खिलाफ विपक्षी एकता में रोड़ा पैदा होने लगा है।

राहुल ने सीपीएम पर साधा निशाना

विपक्षी एकता में रोड़े की बात इसलिए हो रही है क्योंकि जहां कांग्रेस और सीपीएम पश्चिम बंगाल में एकजुट होकर टीएमसी से 'दो-दो हाथ' करती रही है। वहीं कांग्रेस और सीपीएम केरल में आमने-सामने सीना तान खड़ी हैं। बीते दिन राहुल ने केरल इकाई कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर जो ट्वीट किया उसे सीपीएम से जोड़ कर देखा जा रहा है। बता दें कि, कांग्रेस हमेशा से केरल सीपीएम पर आरोप लगाती रही है कि, उसके कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला हमेशा होता रहता है। अब इसी से सवाल उठने लगे हैं कि कांग्रेस, सीपीएम और टीएमसी में कैसे समन्वय बनेगा कि वो बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में जीतने से रोक पाएगी।

ममता बंगाल में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही- येचुरी

विपक्षी एकता की बैठक में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा था कि, टीएमसी लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से बाहर करने की बात कर रही है लेकिन वो खुद बंगाल में हिंसा को बढ़वा दे रही है। यहां तक की येचुरी ने ममता के सामने पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगा दिया और कहा था कि, अगर ममता को लगता है कि जनादेश मिल रहा है तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। येचुरी ने ममता से कहा था कि बंगाल पंचायत चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराएं।

केरल और बंगाल पर नजर

सियासत के जानकार कहते हैं कि, राहुल गांधी ने बीते दिन सीपीएम पर निशाना साधा था। जबकि दोनों पार्टियां साथ ही में बंगाल पंचायत चुनाव लड़ रही हैं। वहीं विपक्षी एकता के लिए सब एकजुट हो रहे हैं। ममता पहले ही कांग्रेस को बंगाल में भाजपा का साथ देने का आरोप लगा चुकी हैं। अब इस स्थिति में कैसे सभी पार्टियां एक छत के नीचे आएंगी ये देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, अगर विपक्ष की एकजुटता हो भी जाती है तो कांग्रेस, सीपीएम और टीएमसी में बंगाल और केरल में सीट बंटवारे को लेकर फूट पड़ने की पूरी संभावना है।

Created On :   27 Jun 2023 2:04 PM IST

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