बिहार विधानसभा चुनाव 2025: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की इस मांग से क्या बढ़ जाएगी NDA की मुश्किलें? राज्य में सियासी हलचल तेज
- बिहार में इस साल होने है विधानसभा चुनाव
- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बढ़ाई पार्टी की टेंशन
- NDA के सामने इस मांग से सियासी हलचल तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में इस साल के अंत से पहले विधानसभा चुनाव का आगाज होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से अपनी मांग का राग अलापा है। दरअसल, बिहार में जहानाबाद के घोसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जीतन राम मांझी ने अपनी 20 सीट को लेकर मांग को दोहराया है। उन्होंने कहा है कि अगर हमें चार रोटी की जरूरत है तो हमें चार रोटी चाहिए। एक रोटी कम होगा तो मांगेंगे। कोई एक कोना देगा तो हम मानने वाले नहीं हैं। सबू में मांझी के इस बयान से एनडीए में तनाव बढ़ने की अटकलें तेज हो गई है।
बिहार में इस साले होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जीतन राम मांझी एनडीए से उनकी पार्टी को 20 या उससे ज्यादा सीट मांगना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस साल बिहार में हमारी पार्टी 20 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करके आएगी तो सारा कार्य कर देंगे। इसका मतलब 20 सीट नहीं है, और अधिक सीट मिलेगी तब न 20 सीट जीतेंगे?
हम का कार्यकर्ता सम्मेलन
दरअसल, जीतन राम मांझी अपनी पार्टी (हम) के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को को संबोधित किया। मांझी ने कहा कि यहां उपस्थित लोगों से कहा कि आप अपने बच्चों को शिक्षित कीजिए। शिक्षा शेरनी का दूध है और जो इस दूध को सेवन करता है वह शेर से कम नहीं होता है।
इस दौरान जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बार-बार तेजस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर जो बयान दे रहे हैं। मुझे लगता है कि तेजस्वी का स्वास्थ्य खराब है। पहले उन्हें अपनी जांच करानी चाहिए और रिपोर्ट देनी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी जिलों में जाकर वहां की विकास योजनाओं की जानकारी ले। इसके अलावा मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट को लेकर जो तेजस्वी यादव बयानबाजी कर रहे हैं इससे साफ जाहिर होता है कि वह अज्ञानी हैं। बिहार को इस बजट में जितना मिलना चाहिए था उससे अधिक मिला है। तेजस्वी यादव सिर्फ इधर-उधर की बातें करते हैं। उनका विकास से कुछ लेना-देना नहीं है।
NDA के सामने रखी 20 सीटों की मांग
जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी को अज्ञानता है क्योंकि समाज को क्या चाहिए इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। कभी उन्होंने संघर्ष नहीं किया। आंदोलन नहीं किया। कभी जेल नहीं गए। वे बिहार के लिए कुछ करने वाले नहीं हैं क्योंकि वे सिर्फ एक समूह को लेकर चलते हैं और उसी समूह के बारे में सोचते हैं। बिहार में क्या हो रहा है, क्या होना चाहिए, इससे कुछ लेना-देना नहीं रहे हैं। विकास की गंगा बहा रहे हैं।
महाकुंभ में हुई भगदड़ पर कहा कि जो व्यवस्था होनी चाहिए थी उससे अधिक की गई है। थोड़ी सी गलतफहमी के चक्कर में यह घटना घटी है। वहां की सरकार और प्रशासन के लोगों ने एक बार फिर मोर्चा संभाला है। सब चीज अच्छे ढंग से हो रहा है। विरोधियों की ओर से अनाप-शनाप जो बोला जा रहा है उसमें कोई सत्यता नहीं है।
Created On :   3 Feb 2025 1:11 AM IST