मोदी 3.0: क्या आरएसएस और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक है? चुनाव के बीच आई दरार पर भी मिला जवाब
- आरएसएस और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक है- सूत्र
- गोरखपुर यात्रा पर हैं मोहन भागवत
- पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार किया जाना चाहिए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता से बहुमत से दूर रही बीजेपी लगातार अपनी हार को लेकर चिंतित नजर आ रही है। पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में हुआ है। चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मणिपुर को लेकर बयान दिया था। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी है कि आरएसएस बीजेपी से नाराज है। हालांकि, आरएसएस ने इन सभी अटकलों पर खारिज कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने साफ कर दिया है कि आरएसएस सरकार और पीएम मोदी किसी से भी नाराज नहीं हैं। आरएसएस ने जानकारी दी है, "मणिपुर को लेकर पहले भी संघ की तरफ से बयान दिए जा चुके हैं। सरकार या प्रधानमंत्री को लेकर कुछ नहीं कहा गया।"
गोरखपुर यात्रा पर हैं मोहन भागवत
गौरतलब है कि, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत अभी पांच दिन की यात्रा पर गोरखपुर में हैं। यहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। हाल ही में मोहन भागवत ने कहा था, "मणिपुर पिछले एक साल से हिंसा की आग में झुलस रहा है। मणिपुर पिछले एक साल से शांति स्थापित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार किया जाना चाहिए।"
इससे पहले शुक्रवार 14 जून को आरएसएस के इंद्रेश कुमार ने सत्तारूढ़ बीजेपी को अहंकारी बताया। उन्होंने कहा कि जो पार्टी राम की पूजा करती थी, वह अहंकारी हो गई है, ऐसे में 2024 के चुनाव में वह सबसे बड़ी पार्टी बन तो गई है।लेकिन जो उसे सत्ता अकेले पूर्ण बहुमत के साथ मिलन चाहिए थी। इससे भगवान राम ने अहंकार के कारण रोक दिया। साथ ही, इंद्रेश कुमार ने इंडिया गठबंधन ो राम विरोधी बताया। हालांकि, आरएसएस ने इंद्रेश कुमार की टिप्पणी को निजी बताया है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी की बड़ी हार पर आरएसएस अगले महीने केरल में समन्वय बैठक करने वाली है। जिसमें बीजेपी सहित संघ के बड़े अधिकारी शामिल होंगे।
Created On :   14 Jun 2024 9:59 PM IST