विधानसभा चुनाव 2023: राजस्थान के बासंवाड़ा जिले में आदिवासी तय करते है प्रत्याशी की हार जीत

राजस्थान के बासंवाड़ा जिले में आदिवासी तय करते है प्रत्याशी की हार जीत
  • बासंवाड़ा जिले में पांच विधानसभा सीट
  • बांसवाड़ा,बागीदौरा,गढ़ी,घाटोल,कुशलगढ़ विधानसभा सीट
  • घाटोल विधानसभा सीट से तय होती है जिले की राजनीति

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान के बासंवाड़ा जिले में पांच विधानसभा सीट बांसवाड़ा,बागीदौरा,गढ़ी,घाटोल,कुशलगढ़ विधानसभा सीट है। बासंवाड़ा जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है। जंगल एवं पानी की प्रचुरता के कारण इसे राजस्थान का ‘चेरापूंजी’ कहा जाता है। वागड़ क्षेत्र को समृद्ध करने वाली ‘वाग्वर गंगा’ जिसे माही सागर कहा गया है, माही बाँध के कारण बने टापुओं को ‘‘सिटी ऑफ हण्ड्रेड आईलैण्ड्स’’ के नाम से भी जाना जाता है। बांस, सागवान यहाँ बहुतायत में पाया जाता है।

राजस्थान के सुदूर दक्षिणांचल में अरावली की सुरम्य पहाड़ियों के बीच स्थित बांसवाड़ा की स्थापना महारावल जगमालसिंह ने की। वागड़ (बांसवाड़ा - डूंगरपुर) - मेवाड़, मालवा एवं गुजरात की संस्कृति का संगम स्थल है। बांसवाड़ा प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पौराणिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक, रमणीक, धार्मिक एवं कलात्मक दृष्टि से परिपूर्ण है।

बांसवाड़ा जिले की 5 में 2 सीटें बीजेपी और 2 सीटें कांग्रेस के पास है। घाटोल से भाजपा के हरेन्द्र निनामा और गढी से भाजपा के कैलाशचंद्र मीणा विधायक हैं जबकि बागीदौरा से कांग्रेस के महेन्द्र जीत सिंह मालवीय और बांसवाड़ा से अर्जुन लाल बामणिया विधायक हैं। एक सीट कुशलगढ से रमिला खड़िया निर्दलीय विधायक हैं। जबकि 2013 के चुनावों में 5 में से 4 सीटें बीजेपी के पास थी। घाटोल, कुशलगढ, बांसवाड़ा और गढी सीटें बीजेपी के कब्जे थी। केवल बागीदौरा सीट पर कब्जा था। बांसवाड़ा जिले की घाटोल विधानसभा क्षेत्र से पूरे जिले की राजनीति तय होती है।

बांसवाड़ा विधानसभा सीट

2018 मे कांग्रेस से अर्जुन सिंह बामनिया

2013 में बीजेपी से धान सिंह रावत

2008 में कांग्रेस से अर्जुन सिंह बामनिया

बांसवाड़ा विधानसभा जिले की पांच विधानसभा सीटों में इकलौती ऐसी सीट है जिस पर बीजेपी का कब्जा है। इस सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है। बांसवाड़ा सीट को जिले की सबसे हॉट सीट माना जाता है। बांसवाड़ा में 35 फीसदी के करीब सामान्य मतदाता हैं। यहां जनरल वोटर्स निर्णायक भूमिका में होता है।

बागीदौरा विधानसभा सीट

2018 में कांग्रेस से महेंद्रजीत सिंह मालवीय

2013 में कांग्रेस से महेंद्र जीत सिंह मालवीय

2008 में कांग्रेस से महेंद्रजीत सिंह मालवीय

2003 में जेडीयू से जीतमल

1998 में जेडीयू से जीतमल

1993 में जेडीयू से पूंजलाल

1990 में जेडीयू से सोमा

बागीदौरा विधानसभा सीट एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है। यहां एसटी आबादी करीब 85 फीसदी, एससी पांच परसेंट जबकि सामान्य वर्ग के मतदाताओं की संख्या यहां 10 फीसदी के करीब है। सीट कांग्रे ज का दबदबा है, बागीदौरा को कांग्रेस अभेद किला कहा जाता है। एक समय था कि इस सीट पर जेडीयू का बोलबाला थाय़ 1990 से लेकर 2003 तक लगातार यहां से जेडीयू प्रत्याशी ही चुनाव जीतता था।

गढ़ी विधानसभा सीट

2018 में बीजेपी से कैलाशचंद्र मीणा

2013 में बीजेपी से जीतमल कांत

आदिवासी आरक्षित गढ़ी विधानसभा सीट पर एसटी मतदाताओं की संख्या करीब 60 परसेंट है। जबकि 8 फीसदी एससी मतदाताओं की संख्या है। शेष सामान्य वोटर्स है। इनमें भी राजपूत,पाटीदार और ब्राह्मण वोटर्स की संख्या अधिक है। यहां सामान्य मतदाता निर्णायक भूमिका में होते है।

घाटोल विधानसभा सीट

2018 में बीजेपी के हरेंद्र निनामा

2013 में बीजेपी के नवनीत लाल निनामा

2008 में निर्दलीय नानालाल

घोटाल विधानसभा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। पिछले दो बार के चुनाव से बीजेपी चुनाव जीतती आ रही हौ। विधानसभा के अधिकतर मतदाता ग्रामीण है, साथ ही क्षेत्र में एसटी आबादी का दबदबा है। आदिवासी वोटर्सों यहां 85 फीसदी के करीब एसटी वोटर्स है। जबकि 5 फीसदी के करीब एससी मतदाता है। चिकित्सा, शिक्षा, बिजली आदि समस्याएं हमेशा से प्रमुख चुनावी मुद्दा बनते है। पर्यटन की अधिक संभावना होने के बावजूद क्षेत्र में इसे विकसित नहीं किया जारहा है।

कुशलगढ़ विधानसभा सीट

2018 में निर्दलीय रमीला खड़िया

2013 में बीजेपी से भीमा भाई

2008 में जेडीयू से फतेह सिंह

विधानसभा क्षेत्र में सूखा सबसे बड़ी समस्या है, साथ ही बेरोजगारी की चलते परिवार के परिवार मजदूरी करने के लिए गुजरात चले जाते है। गुजरात बॉर्डर के पास होने के कारण कुशलगढ़ राजस्थान की सबसे सुदूर पंचायत है। यहां निर्दलीय और बागी प्रत्याशी का बोलबाला रहता है।

कुसलगढ़ विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यहां प्रत्याशी और उसकी जाति ही जीत हार कय करती है। कुशलगढ़ में 90 फीसदी आबादी आदिवासियों की है, जबकि 3 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है। जिले में सबसे कम सामान्य वोटर्स कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में ही है।

Created On :   20 Oct 2023 6:21 PM IST

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