उत्तरप्रदेश: गाजियाबाद की खोड़ा पुलिस ने भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया

गाजियाबाद की खोड़ा पुलिस ने भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया
  • पिछले आपराधिक मामलों के चलते हुई गिरफ्तारी
  • गोलीबारी और जबरन वसूली के आरोप
  • प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया

डिजिटल डेस्क, गाजियाबाद। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद की खोड़ा पुलिस ने भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। बीजेपी युवा मोर्चा के पदाधिकारी की गिरफ्तारी के विरोध में अन्य कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

उनके समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखने को मिली। पुलिस गिरफ्तारी को लेकर कार्यकर्ताओं का पुलिस पर आरोप है उनके नेता को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थाने के बाहर दरी बिछाकर हंगामा-प्रदर्शन करते रहे। हालांकि बाद में सदर से बीजेपी विधायक और पुलिस के बीच हुई बातचीत के बाद मिले आश्वासन के बाद कार्यकर्ता वापस अपने अपने घर लौट गए।

खबरों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी का नाम अनुज कसाना बताया जा रहा है। कसाना को गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने गिरफ्तार किया है। देर शाम होते होते युवा मोर्चा के कुछ कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। और विरोध प्रदर्शन किया। गुरुवार को बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इंदिरापुरम थाने के बाहर एकत्र हुए और अपनी नाराजगी जाहिर की। बीते दो दिन बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। और थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ करीब 5 घंटे तक विरोध प्रदर्शन करते हुए नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शनकारियों कसाना की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है।

बीजेपी युवा मोर्चा के एक प्रमुख पदाधिकारी सचिन डेढ़ा ने मीडिया को बताया कि कसाना को नियमित सत्यापन के बहाने इंदिरापुरम थाने बुलाया गया था। जहां उन्हें गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कार्रवाई को कानून के मुताबिक कह रहे है।

आपको बता दें अनुज कसाना की गिरफ़्तारी खोड़ा पुलिस स्टेशन में उनके और उनके भाई अमित कसाना के खिलाफ़ दर्ज दो पिछले आपराधिक मामलों के चलते हुई है। इन मामलों में गोलीबारी और जबरन वसूली के आरोप शामिल हैं। जिसमें कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

Created On :   3 Jan 2025 11:02 AM IST

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