मणिपुर से दिल्ली तक: इंडिया गठबंधन के सांसदों का दौरा, राज्यपाल उइके से शांति बहाल करने का किया आग्रह
- मणिपुर से दिल्ली तक
- मणिपुर हिंसा राजनीति और चर्चा
- इंडिया गठबंधन समूह के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल,
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन के सांसद दो दिवसीय मणिपुर दौरे के बाद दिल्ली एयरपोर्ट वापस पहुंचे। I.N.D.I.A गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल सांसदों ने कल मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा किया और आज मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके को एक ज्ञापन सौंपा।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों ने आज मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर मणिपुर हिंसा पर चर्चा की और सांसदों के समूह ने एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनसे सभी प्रभावी कदम उठाते हुए शांति और सद्भाव बहाल करने का अनुरोध किया गया। ज्ञापन में कहा गया है, आपसे यह भी अनुरोध है कि आप केंद्र सरकार को पिछले 89 दिनों से मणिपुर में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से खराब होने के बारे में अवगत कराएं ताकि उन्हें शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए मणिपुर में अनिश्चित स्थिति में हस्तक्षेप करने में सक्षम बनाया जा सके।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सासंदों के मणिपुर दौरे पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कोलकाता में मीडिया से कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक दौरे के अलावा और कुछ नहीं है। उन्हें पश्चिम बंगाल का दौरा करना चाहिए और मालदा एवं कूच बिहार के पीड़ितों से मिलना चाहिए। मणिपुर में जो घटना हुई वह राजनीति से ऊपर है। विपक्ष को इस मुद्दे पर संसद में बैठकर चर्चा करनी चाहिए।
मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया को संबोधित किया। राज्यपाल ने सुझाव दिया है कि मणिपुर की स्थिति का समाधान निकालने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए। जैसे ही हमें मौका मिलेगा, हम संसद में केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे और लोगों द्वारा उठाए गए मुद्दों और केंद्र सरकार, राज्य सरकार की ओर से जो कमियां हमने यहां देखीं, उन्हें पेश करेंगे। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह देरी न करें, हमारे अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करें और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करें। स्थिति बिगड़ती जा रही है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ रही हैं।
सभी 21 सांसदों ने राज्यपाल उइके से अपनी दो दिवसीय यात्रा के बारे में बताया, जो उन्होंने यात्रा के दौरान देखा, दो दिवसीय यात्रा में जो भी अनुभव प्राप्त किया, हमने जो कहा, वे उससे सहमत हुईं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हम मिलकर सभी समुदायों के नेताओं से बातचीत करें और समाधान निकालें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विपक्ष और सत्तारूढ़ दल दोनों को मिलकर एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजना चाहिए और सभी समुदायों के नेताओं से बात करनी चाहिए जो लोगों के बीच अविश्वास की भावना को हल करने के लिए आवश्यक है।
दूसरे दिन कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा था कि हम राज्यपाल से मिलें और आग्रह किया कि वे जवाबदेही तय करें, इसके लिए कौन जिम्मेदार है? राज्य सरकार और केंद्र किसी और पर उंगली उठा रहे हैं लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी स्वीकार नहीं कर रहे हैं...प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री मणिपुर से क्यों गायब हैं? क्या प्रधानमंत्री केवल सरकारी उद्घाटनों और राजनीतिक भाषण देने के लिए सत्ता में आए थे?।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सांसदों के मणिपुर दौरे पर भाजपा नेता अजय आलोक ने निशाना साधा। आलोक ने मीडिया से कहा कि विपक्षी गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर पर्यटन के लिए गया है। वे संसद में चर्चा नहीं कर सकते, वे मणिपुर में क्या मूल्यांकन करेंगे? उन्होंने केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए मणिपुर का दौरा किया है।
Created On :   30 July 2023 3:48 PM IST