महाराष्ट्र सियासत: अबू आजमी के निलंबन पर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया, कहा- छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान महाराष्ट्र नहीं सहेगा

- अबू आजमी के निलंबन पर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया
- कहा- छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान महाराष्ट्र नहीं सहेगा
- अबू आजमी के औरंगजेब वाले बयान पर सियासत तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से सपा विधायक अबू आजमी के निलंबन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनको निलंबित कर दिया गया है। महाराष्ट्र की जनता की भावना को मानकर अध्यक्ष महोदय ने उनका निलंबन कर दिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान, छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान जो भी करेगा, उसको महाराष्ट्र नहीं छोड़ेगा, महाराष्ट्र उसको माफ नहीं करेगा।
सपा नेता अबू आजमी के औरंगजेब वाले बयान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि अगर विचारधारा के चलते किसी को निलंबित किया जाने लगा तो स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर होगा? इसी के साथ अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को घेरे में लेते हुए कहा कि आजाद ख्याल कहें आज का, नहीं चाहिए भाजपा। आपको बता दें कि, बुधवार (5 मार्च) को अबू आजमी ने 3 मार्च को औरंगजेब की तारीफ की थी जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज आबू आजमी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात की भी की थी।
अखिलेश यादव का रिएक्शन
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अबू आजमी को विधानसभा से सस्पेंड किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेखैफ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की जुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है।
बीजेपी पर निशाना
अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज करसते हुए कहा कि आजाद ख्याल कहें आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
कहां से शुरू हुआ विवाद?
औरंगजेब से जुड़ा यह विवाद सोमवार (3 मार्च) को शुरू हुआ था जब अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफों के पुल बांधे थे। उन्होंने कहा था कि- औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था। उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना। मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं। औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं हुई थी। औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया। औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है।
Created On :   5 March 2025 7:18 PM IST