दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: LG वीके सक्सेना के केजरीवाल को लेकर लिखे गए पत्र पर भड़कीं CM आतिशी, बोलीं - 'गंदी राजनीति करने की जगह...'
- उपराज्यपाल के दिल्ली सीएम को लिखे पत्र पर गरमाई सियासत
- सीएम आतिशी ने उपराज्यापल सक्सेना पर किया पलटवार
- गंदी राजनीति करने की जगह जनता के लिए काम करने की दी नसीहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम आतिशी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने दावा किया कि आप के संयोजन अरविंद केजरीवाल ने उन्हें (आतिशी) अस्थाई मुख्यमंत्री बुलाया। उनके इस पत्र का पहले दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जबाव दिया था, वहीं अब सीएम आतिशी ने उनके पत्र पर पलटवार किया है।
आप गंदी राजनीति करने की बजाए...
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, "आप (एलजी) गंदी राजनीति करने की बजाए दिल्ली की बेहतरी पर ध्यान दीजिए। अरविंद केजरीवाल जी ने साढ़े नौ साल दिल्ली की बेहतरी के लिए काम किया। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को बार बार जिताया।" उन्होंने महिला सम्मान योजना का जिक्र करते हुए कहा, "मैं आपके द्वारा महिला सम्मान योजना में अड़ंगा डालने से महिला होने के नाते व्यक्तिगत रूप से आहत हूं। मैं अरविंद केजरीवाल द्वारा दिखाए रास्ते पर सरकार चला रहीं हूं।"
इससे पहले आप सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी एलजी विनय कुमार के पत्र पर पलटवार किया था। उन्होंने कहा, "एलजी साहब एक निम्न स्तर की राजनीती करते हैं जैसे छोटे-छोटे बच्चे करते हैं कि तुम्हारी पेंसिल ज़्यादा अच्छी है उसकी पेंसिल खराब है। मैंने कभी इस तरह का आदमी कभी देखा। मैंडेट अरविन्द केजरीवाल को मिला है, अब उन्होंने ये तय किया की जब तक जीत कर नहीं आता तब तक आतिशी को सीएम बनाया, अब उसके अंदर भी फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं।"
पत्र में क्या लिखा था एलजी ने?
उपराज्यपाल एलजी सक्सेना ने अपने पत्र में लिखा, "यह मुझे बहुत आपत्तिजनक लगा और मैं इससे आहत हुआ। यह न केवल आपका अपमान था, बल्कि आपकी नियोक्ता महामहिम भारत की राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधि के रूप में, मेरा भी अपमान था। उपराज्यपाल होने के नाते मैं इस स्तर के पब्लिक डिस्क्लोजर से चिंतित हूं और साथ ही, मेरी सरकार की पूर्णकालिक मुख्यमंत्री को, अस्थाई मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तुत करने के संभाषण से आहत हूं।"
एलजी ने पत्र में आगे लिखा, "अनाधिकृत रूप से वरिष्ठ नागरिकों एवं मुख्यमंत्री के नाम पर ही महिलाओं सम्बंधित योजना की हवाई घोषणाएं की जा रही हैं, इससे मुख्यमंत्री के पद और मंत्री परिषद की गरिमा भी धूमिल हुई है। मुख्यमंत्री के रूप में अब इन सभी क्षेत्रों में विफलताओं की जिम्मेदारी आपकी ही मानी जाएगी।"
उन्होंने लेटर में ये भी लिखा, "मैं उन विभागीय अधिकारियों की सराहना भी करता हूं जिन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जनहित में भ्रामक योजनाओं और उनके पंजीकरण के संबंध में सही तथ्यों को जनता के सामने पेश किया।"
Created On :   30 Dec 2024 10:46 PM IST