विधानसभा चुनाव 2023: मुंह काला करने की शर्त पर फूल सिंह बरैया का शक्तिप्रदर्शन, दिग्विजय सिंह ने भी दिया साथ, क्या नेताप्रतिपक्ष बनने के लिए शुरू हुई लॉबिंग!

मुंह काला करने की शर्त पर फूल सिंह बरैया का शक्तिप्रदर्शन, दिग्विजय सिंह ने भी दिया साथ, क्या नेताप्रतिपक्ष बनने के लिए शुरू हुई लॉबिंग!
  • ईवीएम पर उठाए सवाल
  • लोकतंत्र और संविधान बचाने को उठाया कदम
  • पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी रहें मौजूद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में दतिया जिले की भांडेर से कांग्रेस के विधायक फूल सिंह बरैया ने राजभवन के सामने अपना मुंह काला करने का दावा पूरा किया। दरअसल आपको बता दें बरैया ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को राज्य में 50 से कम सीटें आने का दावा किया था, इसी दौरान उन्होंने मीडिया से कहा था अगर बीजेपी 50 से ज्यादा सीटें जीतती है तो वह अपना मुंह काला करेंगे। इसी वादे को कांग्रेस के दिग्गज नेता बरैया ने पूरा किया। इसकी सूचना उन्होंने दो दिन पहले ही मीडिया को दे दी थी। अपने वचन को पूरा करने के लिए विधायक बरैया ने 7 दिसंबर को राजभवन के सामने दो बजे अपना मुंह काला किया। अपने मुंह के साथ उन्होंने ईवीएम का मुंह भी काला किया। बरैया ने कहा कि बैलेट पत्र की वोटिंग में कांग्रेस की जीत है, जबकि ईवीएम मतगणना से बीजेपी की जीत हुई है। इसलिए मैं यानि बरैया अपने साथ ईवीएम का मुंह भी काला किया। बरैया ने आगे कहा कि ने के लिए मुंह काला तो कर ही सकते है, जरूरत पड़ी तो लहूलुहान भी कर लेंगे।

हालांकि लोकतंत्र और संविधान बचाने के बहाने से बरैया के काला मुंह करने के मामले को राजनीतिक गलियारों में शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। दरअसल कांग्रेस में यदि कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष नहीं बनते तो कांग्रेस के सामने सबसे बड़ा सवाल ये होगा कि नेता प्रतिपक्ष की रेस में कौन चेहरा होगा। कांग्रेस में जीते हुए विधायकों में बरैया की गिनती वरिष्ठ नेताओं में होती है। बरैया के शक्ति प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी नजर आए।

कांग्रेस में हारे दिग्गज

कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार डॉ गोविंद सिंह, लक्ष्मण सिंह, सज्जज सिंह वर्मा, जीतू पटवारी चुनाव हार चुके है। डॉ गोविंद सिंह हाल ही कि शिवराज सरकार में नेता प्रतिपक्ष में थे। अब कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष बनने की चर्चा तेजी से चलने लगी है।

आपको बता दें बरैया भांडेर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए हैं। इससे पहले आपको बता दें दो दिन पहले इसकी सूचना मिलते है भोपाल में पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया था। विधायक बरैया को रोकने के लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए।

बरैया ने आगे कहा कि वोटिंग अगर बैलेट पेपर से होता तो बीजेपी को इतनी सीटें कभी नहीं मिल सकती थीं। बैलेट पेपर में निशान साफ तौर पर स्पष्ट रहता है, जो आंखों से दिखाई देता है, लेकिन ईवीएम में कुछ भी संभव है।

Created On :   7 Dec 2023 10:46 AM GMT

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