भास्कर एक्सक्लूसिव: पहाड़ी राज्य में मिला कांग्रेस को जीत का मंत्र, अब घाटी में कर रही इस्तेमाल, जानें वह रणनीति जिसके चलते होगा 'बड़ा खेला'
- कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में झोंकी ताकत
- आगामी चुनाव के लिए भी कांग्रेस ने तैयार की रणनीति
- फ्रीबीज रणनीति पर बीजेपी की भी नजर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच तीन चरण में चुनाव होने वाले हैं। जिसके नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। यहां कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने यहां पर पांच गारंटी का वादा किया है। जिसमें परिवार की महिला मुखिया को हर महीने 3,000 रुपए, 1 लाख खाली पदों पर भर्ती, परिवार के हर सदस्य को 11 किलो चावल, 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा और स्वयं सहायता समूहों में शामिल महिलाओं को 5 लाख रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज देना शामिल है।
तीन राज्यों में कांग्रेस को मिली जीत
कांग्रेस अपनी 'फ्रीबीज कल्चर' के तहत हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना का चुनाव जीत चुकी है। वहीं, पिछले साल हुए राजस्थान के चुनाव में कांग्रेस की फ्रीबीज योजना जमीनी स्तर पर वोट बटोरने में असफल रही। जिसके चलते राज्य में तख्तापलट हो गया। वहीं, मध्य प्रदेश में भी चुनाव के तकरीबन छह महीना पहले कांग्रेस की ओर से महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने का वादा किया गया था। हालांकि, कांग्रेस का यह दांव उस पर ही उलटा पड़ गया। राज्य में जैसे ही कांग्रेस के वादों की भनक उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगी। उन्होंने कांग्रेस की ही रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया। साथ ही, शिवराज सरकार ने चुनाव से पहले हर महीना महिलाओं को उनके अकाउंट में 1000 रुपये भेजना शुरू कर दिए। जिससे कांग्रेस के वादों का असर कम हो गया। इसके अलावा राज्य में बीजेपी की सरकार दोबारा बनी।
आगामी चुनाव में कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 11 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग पहुंचे हुए थे। जहां उन्होंने पांच गारंटी के अलावा जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा दिलाने की बात कही। अगर जम्मू-कश्मीर की जनता के बीच कांग्रेस अपना फ्रीबीज का संदेश भेजने में सफल रहती है तो राज्य के सियासी समीकरण बदल सकते हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस यह दांव सफल हो जाता है, तो वह आगामी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में भी फ्रीबीज कल्चर जारी रखेगी।
पहले बीजेपी कांग्रेस की फ्रीबीज रणनीति को घेरने में लगी रहती थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस की इस रणनीति को 'रेवड़ी कल्चर' कहने से नहीं थकते थे। लेकिन, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्य में बीजेपी के मुख्यमंत्री चुनाव के दौरान जमकर जनता के रेवड़ी बांटने का काम किया। साथ ही, सत्ता पाने की चाह ने हर किसी पार्टी को रेवड़ी बांटने पर मजबूर कर दिया। हालांकि, कांग्रेस की ओर से जम्मू-कश्मीर में बांटे गए फ्रीबीज का चुनाव पर क्या असर पड़ता है, यह तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे।
Created On :   12 Sept 2024 5:42 PM IST