दिल्ली: सीएम को लेकर आज दो पर्यवेक्षक की कमेटी नियुक्त कर सकती है भाजपा
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- मंत्री पद में हर वर्ग को मिल सकता है मौका
- सोमवार को बीजेपी दिल्ली सीएम के नाम का हो सकता है ऐलान
- एलजी के साथ समन्वय करने वाले विधायक को मिलेगा मौका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली मुख्यमंत्री को लेकर भारतीय जनता पार्टी आज रविवार को दो पर्यवेक्षक नियुक्त कर सकती है। और हो सकता है कि कल सोमवार को बीजेपी दिल्ली सीएम के नाम का ऐलान कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी द्वारा नियुक्त होने वाले पर्यपेक्षकों में केंद्रीय मंत्री, सांसद या भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते है। पर्यवेक्षक ही दिल्ली सीएम के लिए नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों से मीटिंग करके एक नाम तय कर सकते है।
पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से लौटते ही दिल्ली सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। लेकिन पीएम मोदी के यूएस दौरे से लौटने के बाद भी दिल्ली सीएम का नाम तय नहीं हो पाया। अब भाजपा नेताओं का कहना है कि केंद्रीय नेताओं की मीटिंग होने के बाद पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे। ये पर्यवेक्षक दिल्ली के 48 विधायकों के साथ चर्चा करेंगे। विधायकों के साथ चर्चा होने के बाद सीएम और मंत्रियों के नाम तय होगे। माना ये भी जा रहा है कि पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक में ही सीएम नाम का ऐलान करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में सीएम समेत 10 मंत्री होंगे। यूपी, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की तर्ज पर बीजेपी दिल्ली में सीएम और दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला भी अपना सकती है। जिस विधायक की उपराज्यपाल के साथ अच्छी ट्यूनिंग बैठती होगी उसी विधायक को सीएम बनने का मौका मिल सकता है। इसके पीछे की वजह ये है कि उपराज्यपाल के साथ समन्वय कर वह दिल्ली के विकास को तेजी से करवा सकता है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि निर्वाचित 48 विधायकों में से ही सीएम चुना जाएगा। लेकिन उससे पहले दिल्ली की सियासी जमीन, समस्या और परिस्थितियों का आकलन और अध्ययन किया जाएगा। जो विधायक पैमाने के इस सांचे में फिट बैठेगा वह सीएम बन जाएगा।
हालांकि आपको बता दें आप के हारने और बीजेपी के जीतने का एक प्रमुख कारण ये भी रहा कि आप की तुलना में बीजेपी ने अधिक धनवान व्यापारी वर्ग के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा। आप को आगामी भविष्य में फिर से दिल्ली में पैर मजबूत न करने के मकसद से बीजेपी व्यापारी वर्ग के चेहरे को सीएम बना सकती है। भले ही बीजेपी के शुरुआती राजनीतिक कैरियर में इसे बनियो की पार्टी कहा जाता था, लेकिन बनियो को बास्तविक रूप से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक जगह थी। आप की बनिया पॉलिटिक्स पर बीजेपी ने प्रहार कर दिल्ली को तो जीत लिया। बीजेपी अब व्यापारी वर्ग से सीएम बनाकर उनके मन को जीतने की कोशिश करेगी। सीएम के साथ तकरीबन हर वर्ग से एक मंत्री हो सकता है।
Created On :   16 Feb 2025 12:27 PM IST