दिल्ली विधानसभा सत्र: CAG की दूसरी रिपोर्ट पेश, हेल्थ सेक्टर में वित्तीय अनियमितताओं से लेकर धांधली के दावों ने बढ़ाया सियासी पारा

CAG की दूसरी रिपोर्ट पेश, हेल्थ सेक्टर में वित्तीय अनियमितताओं से लेकर धांधली के दावों ने बढ़ाया सियासी पारा
  • दिल्ली में विधानसभा सत्र जारी
  • सदन में CAG की दूसरी रिपोर्ट पेश
  • हेल्थ सेक्टर को लेकर हुए चौंकाने वाले खुलासे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा सत्र में शुक्रवार को कैग की दूसरी रिपोर्ट पेश हुई। इस रिपोर्ट को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पेश की। उन्होंने रिपोर्ट में हेल्थ सेक्टर को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सदन में कैग की रिपोर्ट के बारे में भाजपा खेमे से विधायक हरीश खुराना ने चर्चा की। उन्होंने 240 पेज की रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितताएं होने का दावा किया। भाजपा विधायक ने दिल्ली में आप सरकार के 11 साल के कार्यकाल में महज तीन अस्पताल बनने और एक्सटेंशन बढ़ाने का मुद्दा उठाया। इसके अलावा उन्होंने इंदिरा गांधी अस्पताल में पांच साल की देरी होने की बात कही। उन्होंने कहा कि गांधी अस्पताल में 314 करोड़ के फंड की बढ़ोत्तरी होने का दावा किया।

कैग रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे

इतना ही नहीं, बल्कि भाजपा विधायक ने रिपोर्ट में बुराड़ी के अस्पताल में भी देरी होनी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि तीन अस्पताल के निर्माण कार्य में देरी होने की वजह से 382 करोड़ का अतिरिक्त खर्च बढ़ा है। उन्होंने बताया कि कोविड में केंद्र सरकार ने जो फंड दिया था उसका भी इस्तेमाल नहीं किया गया है।

इस दौरान भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने भी चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, "हेल्थ केयर फेसिलिटी को लेकर केंद्र सरकार ने जो पैसा दिया उसका दिल्ली सरकार उपयोग नहीं कर पाई। डीडीए ने जो जगह हेल्थ सर्विस के लिए जगह दिया उसका उपयोग नहीं किया। खराब गुणवत्ता की दवाई जांच में मिली। जिन कंपनियों को कई प्रदेश में ब्लैक लिस्ट किया गया उन ब्लैक लिस्टेड के साथ भी दिल्ली सरकार ने संबंध रखा और लगातार फायदा पहुंचाने के लिए दवाई लेते रहे।"

भाजपा विधायक ने आप को घेरा

चर्चा को आगे बढ़ाते हुए बीजेपी विधायक ने कहा, ''तीन चार अस्पताल में एसक्सटेंशन बजट बढ़ाते रहे और आज तक काम पूरा नहीं हुआ। अस्पतालों में टीबी की दवा, रेबिज के इंजेक्शन नहीं हैं। सरकार का स्टॉक रजिस्टर्ड उपलब्ध नहीं है। केवल बजट की बंदरबांट करना यही आप की सरकार का उद्देश्य रहा। इस सभी रिपोर्ट को देखते हुए लगता है कि वर्ल्ड क्लास हेल्थ का दावा जो दिल्ली की तत्कालीन सरकार करती थी उसका गुब्बारा फूट चुका है। दिल्ली की तत्कालीन सरकार ने जो गोल स्थापित किए उसको अचीव करने में असफल रही।''

ओम प्रकाश शर्मा ने कहा, ''अस्पतालों में ना तो फैकल्टी है और ना डॉक्टर है ना दवाई है। जेजे क्लस्टर के अस्पताल में महिलाओं को मैटरनिटी के लिए दर दर भटकना पड़ता है। मैटरनिटी डिपार्टमेंट बंद है। चाचा नेहरू अस्पताल जहां केवल बच्चों का इलाज होता है वहां भी हाल बेहाल है। पूरी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने केवल लूट के अलावा और कोई सुविधा दी नहीं।''

मोहल्ला क्लीनिक के मुद्दे को उठाया

बीजेपी विधायक ने कैग की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि जितनी सुविधाओं की घोषणा की उनके बड़े विज्ञापन छपवाए लेकिन वे कब शुरू हुए और कब खत्म हुए इसकी जानकारी जनता को भी नहीं है। इसके बारे में कैग रिपोर्ट में जरूर लिखा है। 2018 में सुविधा शुरू हुई और 2020 में समापन हो गया। ना चालू होते दिखा ना बंद होते, यह केवल विज्ञापन में ही नजर आया।

बीजेपी विधायक ने कहा, ''मैं यह समझता हूं कि दूसरे और तीसरे चैप्टर में मोहल्ला क्लीनिक का मुद्दा आएगा तो लोगों को वर्ल्ड क्लास हेल्थ घोटाले का पता चलेगा। ये समझ में आएगा कि लोगों की जान की कीमत पर किस प्रकार इन्होंने फंड की आपाधापी की, ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को पैसा दिया और किकबैक वापस लिए। किस प्रकार नकली दवाइयां दीं।''

Created On :   28 Feb 2025 6:32 PM IST

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