बयान का विरोध: बसपा प्रमुख मायावती ने गृहमंत्री शाह के अंबेडकर पर दिए बयान के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
- सदन से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन
- शाह ने अंबेडकर पर दिया था बयान
- बसपा ने बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की माँग की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सदन में डॉ भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर तीखा हमला किया है। बीएसपी शाह के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। इसके लिए बसपा प्रमुख ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक- एक करके कई पोस्ट की है। उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और उनकी बीएसपी पार्टी ने 24 दिसंबर को 2024 को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया है। उस दिन बीएसपी कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करेगी।
मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा है,देश के दलित, वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्म-सम्मान व मानवीय हकूक के लिए अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान के रूप में असली ग्रंथ के रचयिता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर भगवान की तरह परमपूजनीय हैं। उनका अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिलों को आहत पहुँचाता है।
ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में इनके द्वारा कहे गए शब्दों से पूरे देश में सर्वसमाज के लोग काफी उद्वेलित, आक्रोशित व आन्दोलित हैं। अम्बेडकरवादी बीएसपी ने इस क्रम में उनसे बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की माँग की है, जिसपर अभी तक भी अमल नहीं किया जा रहा है।
ऐसे में माँग न पूरी होने पर फिर पूरे देश में आवाज उठाने की बात बीएसपी द्वारा की गई। इसीलिए अब पार्टी ने अपनी इस मांग के समर्थन में 24 दिसम्बर 2024 को देशव्यापी आन्दोलन करने का फैसला लिया है। उस दिन देश के सभी जिला मुख्यालयों पर पूर्णतः शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
दलित/बहुजनों को अपने पैरों पर खड़े होकर आत्म-सम्मान के साथ जीने के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष व आरक्षण सहित उनको अनेकों कानूनी हक दिलाने वाले उनके सच्चे मसीहा बाबा साहब के नहीं रहने पर उनके अनुयाइयों का हित व कल्याण ही उनका सबसे बड़ा सम्मान है, जिसके लिए बीएसपी समर्पित है।
अतः कांग्रेस, भाजपा आदि पार्टियां अगर बाबा साहेब का दिल से आदर-सम्मान नहीं कर सकती हैं तो उनका अनादर भी न करें। बाबा साहेब के कारण एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले उसी दिन उन्हें सात जन्मों का स्वर्ग भी मिल गया है।
Created On :   21 Dec 2024 1:17 PM IST