विधानसभा चुनाव नतीजे 2023: जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक भाजपा का जाल, MP में BJP ने कैसे लिखी जीत की पटकथा? जानिए
- एमपी में भाजपा ने मारी बाजी
- 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर खिलाया कमल
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी राजनीतिक धुरंधरों को हैरान कर दिया है। चुनाव के पहले एवं चुनाव के बाद भी यहां कांग्रेस और बीजेपी में कड़ा मुकाबला बताया जा रहा था। मतदान के बाद आए सभी एग्जिट पोल ने भी बीजेपी-कांग्रेस में जबरदस्त टक्कर बताया था साथ ही कुछ ने तो हंग असबेंली की भी संभावना जताई थी। लेकिन जब नतीजे आए तो सभी को हैरान कर दिया है सारी की सारी एग्जिट पोल गलत साबित हुई हैं। बीजेपी की इतनी बड़ी जीत और कांग्रेस की इतनी बड़ी हार पर किसी को भरोसा नहीं हो रहा है।
वहीं बीजेपी की प्रचंड जीत पर पार्टी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान के कल्याणकारी योजनाओं और उनकी स्ट्रेटजी पर बात होने लगी है। लोग अब जानना चाहते हैं कि आखिर भाजपा को प्रचंड जीत हासिल करने के पीछे का राज क्या है। बिना सीएम फेस के एलान के बावजूद भी बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और सारे विश्लेषकों को झूठा साबित कर दिया।
जमीन के साथ सोशल मीडिया का भरपूर उठाया फायदा
भारतीय जनता पार्टी ने एमपी का किला जीतने के लिए प्रदेश के 14 जिलों में पार्टी के 14 वरिष्ठ नेताओं को तैनात किया था। वोटर्स तक पहुंचने के लिए 42,000 से अधिक वॉट्सऐप ग्रुप बनाए थे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से निर्धारित चुनावी रणनीति को पूरा करने के लिए 40 लाख से अधिक बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को शामिल किया था। जिसने बीजेपी की जीत की स्क्रिप्ट में बड़ी भूमिका निभाई है।
बूथ को मजबूत करना बीजेपी का रहा प्लान
भाजपा की इस बड़ी जीत पर पार्टी के राज्य ईकाई के सदस्यों का कहना है कि पिछले साल जनवरी से ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई थी। बीजेपी का पहला प्लान बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करना था। बता दें कि, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे की याद में भाजपा ने राज्य के 64,523 बूथों में से प्रत्येक पर एक बूथ समिति बनाने का अभियान चलाया था। पिछले साल ही मार्च तक बूथ समितियों का गठन हो गया था। प्रदेश का किला फतह करने के लिए 14 से अधिक वरिष्ठ नेताओं को एक-एक जिला सौंपा गया था और उन्हें लोगों की शिकायतें सुनने का काम दिया गया था ताकि सरकार और पार्टी के खिलाफ उठे विरोध को शांत किया जा सके। जिसका नतीजा हमें चुनाव परिणाम में देखने को मिल चुका है।
सदस्यता अभियान के तहत बीजेपी ने 17 लाख नए कार्यकर्ता जोड़े
भाजपा ने बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के बाद इस साल अगस्त में एक सदस्यता अभियान भी चलाया था। इसके तहत बीजेपी ने 17 लाख से अधिक नए लोगों को पार्टी में शामिल कराया था। सदस्यता अभियान के तहत हर बूथ पर कम से कम 10 नए एससी/एसटी और 10 नए महिला सदस्य बनाने का टारगेट रखा था। इस अभियान के जरिए बीजेपी ने 10,916 शक्ति केंद्र बनाए थे। साथ ही बीजेपी ने पार्टी के चुनावी संदेश को प्रसारित करने के लिए 64,000 बूथों के बीच 42,000 से अधिक वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाए थे। जिसने जीत में अहम रोल अदा किया है।
Created On :   5 Dec 2023 11:41 AM IST