बंगाल पंचायत चुनाव: राज्य सरकार केंद्रीय बलों के बजाय दूसरे राज्यों की पुलिस चाहती है

बंगाल पंचायत चुनाव: राज्य सरकार केंद्रीय बलों के बजाय दूसरे राज्यों की पुलिस चाहती है
Kolkata: Central Reserve Police Force (CRPF) personnel conduct flag march ahead of the last phase of the 2019 Lok Sabha polls, in Kolkata, on May 15, 2019. (Photo: Kuntal Chakrabarty/IANS)
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। विपक्षी दलों द्वारा पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनावों के दौरान केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की मांग के बावजूद, राज्य सरकार राज्य पुलिस बलों के कर्मियों के लिए अड़ी है।

राज्य सरकार को सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ के सामने विपक्ष की मांग के अनुसार केंद्रीय बलों की तैनाती पर अपनी राय देनी है। सूत्रों के अनुसार, पूरी संभावना है कि राज्य सरकार अन्य राज्य बलों के कर्मियों के लिए कहेगी, न कि केंद्रीय बलों के लिए।

राज्य सरकार के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि शनिवार को राज्य के शीर्ष नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा की बैठक के दौरान राज्य सरकार के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय सशस्त्र बलों की आवश्यकता के खिलाफ आवाज उठाई।

राज्य सरकार के अधिकारी ने कहा, बैठक में, राज्य पुलिस के प्रतिनिधियों ने पहले राज्य के स्वयं के बलों से सशस्त्र पुलिस की उपस्थिति सुनिश्चित करने और शेष को अन्य राज्य पुलिस बलों के कर्मियों के साथ कवर करने के खाके को रेखांकित किया। मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल के पड़ोसी राज्यों जैसे बिहार, ओडिशा और झारखंड से बल मंगाने पर सरकार का जोर है।

राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय ने पहले ही जिला पुलिस अधीक्षकों को संबंधित जिलों में संवेदनशील बूथों की पहचान करने का निर्देश दिया है। आयोग ने इस साल ग्रामीण निकाय चुनावों के प्रचार के लिए मोटरसाइकिल रैलियों पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है।

इस बीच, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार सुबह आरोप लगाया कि राज्य सरकार पंचायत चुनावों में सुरक्षा उद्देश्यों के लिए नागरिक स्वयंसेवकों को तैनात करने की योजना बना रही है।

उनके अनुसार, राज्य का गृह विभाग पुलिस कर्मियों के रूप में प्रस्तुत नागरिक स्वयंसेवकों को पुलिस द्वारा पहनी जाने वाली वर्दी पहनने के लिए तैनात करने की योजना बना रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि नागरिक स्वयंसेवकों को जिलों के बीच आपस में जोड़ा जाएगा; खासकर जलपाईगुड़ी, पूर्वी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और बीरभूम जैसे संवेदनशील जिलों में, ताकि उनकी पहचान न हो सके।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   10 Jun 2023 3:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story