'आप' सांसद संजय सिंह पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित, वेल में जाने पर सभापति ने की कार्रवाई

आप सांसद संजय सिंह पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित, वेल में जाने पर सभापति ने की कार्रवाई
  • सांसद संजय सिंह पर गिरी गाज
  • मानसून सत्र के लिए हुए निलंबित, सभापति ने की कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित हो गए हैं। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने वेल में जाने पर ये कार्रवाई की है। सांसद सिंह मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर सरकार से जवाब चाहते थे लेकिन अब इसी मामले पर उन पर गाज गिरी है। केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के सामने निलंबन का प्रस्ताव रखा था। जिसको देखते हुए धनखड़ ने ये फैसला किया। धनखड़ ने निलंबित करते हुए कहा कि, संजय सिंह को बार-बार माना करने के बावजूद हल्ला करना बंद नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से इस पूरे सत्र के लिए उन्हें निलंबित किया जा रहा है।

मणिपुर हिंसा को लेकर खींचतान

बीते दिन मणिपुर से हैरान कर देने वाली वीडियो सामने आई थी। जिसमें दो महिलाओं को नग्न कर, उनका परेड निकाला जा रहा था। जिसके बाद से ही राजनीति गलियारों से लेकर देश के हर तबके के बीच गुस्सा देखा जा रहा है। विपक्ष सरकार से सवाल पूछा रहा है कि, आखिर इस घटना का कौन जिम्मेदार है? राज्य सरकार के आलवा केंद्र सरकार भी कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह विफल रही है। विपक्ष के नेता मानसून सत्र के दौरान सदन में सरकार से इस मसले पर चर्चा करना चाहते हैं जिस पर सरकार भी तैयार होती हुई नजर आ रही है लेकिन विपक्ष का कहना है कि सदन के 267 नियम के तहत चर्चा हो लेकिन सरकार इसको लेकर तैयार नहीं है। केंद्र सरकार 267 नहीं 176 के तहत चर्चा करने के लिए तैयार है। इसी बात पर दोनों पक्षों में तीन दिन से घमासान मचा हुआ है। जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है और आज आप सांसद पर निलंबन की गाज गिरी है।

पीएम को बोलना ही होगा- विपक्ष

करीब तीन महीने से जल रहे मणिपुर को लेकर विपक्ष पीएम मोदी से सदन में जवाब चाहता है। बीते दिन पीएम मोदी ने दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता को लेकर कहा था कि, इस घटना ने पूरे अंदर से मुझे झकझोर कर रख दिया है। दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। पीएम के इसी बयान को विपक्ष मुद्दा बनाया हुआ है। विपक्ष का कहना है कि मोदी जी संसद के बाहर तो बोलते हैं लेकिन इस मामले पर उन्हें सदन के अंदर बोलना होगा, जब तक वो नहीं बोलते तब तक हम विरोध करते रहेंगे।

Created On :   24 July 2023 7:04 AM GMT

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