विवाद: ज्वाला और विजेंद्र ने बबीता फोगाट से कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट वापस लेने को कहा

Jwala Gutta and Vijender Singh Urges Babita Phogat To Withdraw Controversial Tweet
विवाद: ज्वाला और विजेंद्र ने बबीता फोगाट से कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट वापस लेने को कहा
विवाद: ज्वाला और विजेंद्र ने बबीता फोगाट से कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट वापस लेने को कहा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत को 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली रेसलर बबीता फोगाट के जमातीयों को लेकर किए गए एक ट्वीट के बाद से सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। उनके इस ट्वीट पर खेल जगत की कुछ हस्तियां उनके सपॉर्ट में हैं, तो वहीं कुछ उनका विरोध कर रहे हैं। वहीं बबीता के इस ट्वीट पर भारती की स्टार शटलर ज्वाला गुट्टा ने भी शुक्रवार को सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। वर्ल्ड चैंपियनशिप की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट ज्वाला गुट्टा ने ट्वीट कर बबीता से अपने विवादित बयान को वापस लेने को कहा है।

ज्वाला ने ट्वीट कर लिखा- क्षमा करें, बबिता मुझे नहीं लगता कि, यह वायरस नस्ल या धर्म को देखता है..मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप अपना बयान वापस लें ... हम ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया है जो धर्मनिरपेक्ष और इतना सुंदर है ... जब हम जीतते हैं तो सभी लोग हमारी जीत को अपनी जीत समझ सेलिब्रेट करते हैं। वहीं बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भी ट्वीट कर लिखा- संसार का कोई भी धर्म मानव को मानव से वैर या दुश्मनी रखने की इजाजत नहीं देता। यदि कोई धर्म अन्य धर्म के लोगों से कटुता या वैर रखता है तो वह धर्म नहीं बल्कि अधर्म ही है। 

इससे पहले भी ज्वाला ने ट्वीट किया, हालांकि उन्होंने इस ट्वीट में बबीता का नाम नहीं लिया, लेकिन जब एक यूजर ने उनके ट्वीट पर कमेंट करते हुए फोगाट के नाम वाला हैशटैग इस्तेमाल किया तो वह भड़क गईं। ज्वाला ने ट्वीट कर लिखा, वह हमेशा देश के लिए खेलीं और देशवासियों ने उनकी हर जीत का जश्न मनाया। उन्होंन लिखा, इससे पहले कि ट्रोलर्स मुझ पर हमला करें, मैं यहां केवल एक भारतीय की तरह हूं, क्योंकि जब मैंने मेडल जीते तो देश के लिए जीते और किसी ने यह नहीं देखा कि मैं किस मजहब को मानती हूं और किस जाति से ताल्लुक रखती हूं। मेरी जीत का जश्न हर भारतीय ने मनाया। प्लीज, हमारे देश को मत बांटिए, एक रहिए।

बबीता के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा- क्योंकि आप देश के लिए मेडल जीत रही थीं और कुछ तो यह भी नहीं जानते कि "देश" क्या है। इतना लिखने के बाद यूजर ने हैशटैग लगाया- #babita_fogat_terrorist। इस पर ज्वाला ने यूजर से कहा- मुझे आपका हैशटैग पसंद नहीं आया। आप प्लीज इसे डिलीट करें।

बता दें कि, देश में कोरोनावायस का संकट बना हुआ है। संक्रमितों की संख्या 13000 के पार पहुंच गई है। भारत में कोरोनावायरस के संक्रमण का आंकड़ा तब्लीगी जमात के संक्रमण के मामले सामने आने के बाद से अचानक बढ़ गया था। इसे लेकर 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली बबीता फोगाट ने 15 अप्रैल को एक ट्वीट किया था। बबीता के इस ट्वीट के बाद से उन्हें कुछ लोगों की धमकियां मिल रही हैं। इन धमकियों के बाद बबीता ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर ऐसा करने वालों को करारा जवाब दिया था।

बबीता ने दिया था ट्रोलर्स को जवाब
तकरीबन सवा मिनट के इस वीडियो पोस्ट में बबीता ने कहा था, "पिछले कुछ दिनों से लोग सोशल मीडिया के अलावा फोन पर भी धमकियां दे रहे हैं। कान खोलकर सुन लो की मैं जायरा वसीन नहीं जो धमकियों से डरकर घर पर बैठ जाऊं। मैं तुम्हारी धमकियों से डरने वाली नहीं। मैं बबीता फोगाट हूं। मैं अपने देश के लिए हमेशा लड़ी हूं और ऐसे ही अपने देश के लिए लड़ती रहूंगी। मैंने अपने ट्वीट में कुछ भी गलत नहीं लिखा है। ट्वीट में कही गई बातों पर मैं अभी भी कायम हूं। मैं आप लोगों से पूछना चाहती हूं कि क्या तब्लीगी अभी भी नंबर वन पर नहीं बने हुए हैं।"

जमाती अभी भी पहले नंबर पर   
बबीता ने कहा, "क्या तब्लीगी जमात वालों की संख्या अभी भी नंबर वन पर नहीं है? तब्लीगी जमात वालों ने अगर ये संक्रमण नहीं फैलाया होता, तो अब तक देश में लॉकडाउन खुल गया होता और हिंदुस्तान से कोरोना हार गया होता। जिन लोगों को सच सुनने में परेशानी है वो लोग सुन लें की मैं सच बोलती रहूंगी और लिखती रहूंगी। अगर आप सच सुनना पसंद नहीं करते, तो आप अपनी आदत सुधार लें या सच सुनने की आदत डाल लें। जय हिंद जय भारत।

बता दें कि, बबीता ने 15 अप्रेल को एक ट्वीट कर कहा था, कोरोनावायरस भारत की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी समस्या है। जमाती अभी भी पहले नंबर पर बना हुआ है।" ऐसा लिखने के बाद कई लोगों ने इस पर विरोध जत्या। ट्विटर पर #SuspendBabitaPhogat ट्रेंड करने लगा था, साथ ही उनके समर्थक भी सोशल मीडिया पर खुलकर उनके पक्ष में आए थे और #ISupportBabitaPhogat ट्रेंड में था।

Created On :   18 April 2020 12:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story