केरल बम ब्लास्ट मामला: कौन है केरल में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने वाला डॉमिनिक मार्टिन? हमास से क्यों जोड़ा जा रहा नाम?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल के कोच्चि के एक कन्वेंशन सेंटर में रविवार को हुए सीरियल ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ब्लास्ट के अगले दिन हमले जिम्मेदारी लेने वाला डॉमिनिक मार्टिन नाम के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। केरल पुलिस ने मार्टिन को यूएपीए और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि जांच सही ढंग चल रही है। आज अस्पताल में सीएम विजयन ने घायलों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना।
बता दें कि, डॉमिनिक मार्टिन ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद मार्टिन ने त्रिशूर ग्रामीण के कोकादरा पुलिस स्टेशन में पुलिस के सामने खुद को सरेंडर कर दिया। 29 अक्टूबर को कलामासेरी में हुए सीरियल ब्लास्ट में अब तक 12 साल की बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, हमले में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है। बता दें कि, इस मामले में केरल पुलिस की छानबीन जारी है। साथ ही, पुलिस इस मामले को दूसरे एंगल से भी जांच कर रही है। इसके अलावा पुलिस यह भी तलाश करने में जुटी है कि मार्टिन कौन है और उसके पीछे कौन है?
कौन है मार्टिन?
एबीपी न्यूज के मुताबिक, मार्टिन ने दावा किया है कि वह यहोवा साक्षी समुदाय का सदस्य है। साथ ही उसने यहोवा साक्षियों को गुमराह करने वाला और राष्ट्र विरोधी बताया। पुलिस मार्टिन को पकड़ने के बाद उसकी कुंडली खंगालने में जुट हुई हैं। इस बीच पुलिस ने मार्टिन का दुबई से कनेक्शन जोड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों को जांच के दौरान पता चला है कि मार्टिन करीब 15 सालों तक दुबई में रहा है। वह 2 महीने पहले ही भारत वापस लौटा था। जांच एजेंसियां मार्टिन के कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड से उसके संपर्क में रहने वाले से पूछताछ कर रही है।
सूत्रों से पता चला है कि मार्टिन दुबई में इलेक्ट्रिक मैन के तौर पर काम करता था। उसे इलेक्ट्रिक सर्किट के बारे में पूरी जानकारी है। इधर, कलामासेरी में हुए सीरियल ब्लास्ट की जगह पर जांच के दौरान बैटरी, तार, सर्किट और मोबाइल फोन बरामद हुआ है। पुलिस ने बताया कि आईईडी को इकट्ठा करने के लिए टिफिन बॉक्स का इस्तेमाल किया गया है। जानकारी के मुताबिक, विस्फोट की गति को बढ़ावा देने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस से मदद ली गई है। पुलिस ने बताया कि इलेक्ट्रिक चार्ज, सर्किट और आईईडी को ट्रिगर करने के लिए मोबाइल कॉल का यूज किया गया है।
पुलिस की जांच जारी
घटना को लेकर पुलिस पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई) के हाथ होने को लेकर भी छानबीन कर रही है। पीएफआई पर जब से बैन लगा है, वह खुद को खड़ा करने की कोशिश में जुटा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, इजराइल के समर्थन में कन्वेंशन सेंटर में एक प्रस्ताव पास किया जा रहा था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कहीं हमले को अंजाम देने के पीछे फिलिस्तीन समर्थकों का हाथ तो नहीं है।
अब तक राजनीतिक हालात कुछ इस कदर
पीटीआई-भाषा के मुताबिक, सोमवार को केरल सीएम पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य में हाल ही में इस्लामी समूह का एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ था। जिसमें हमास के नेताओं की ओर कथित तौर पर कहा गया है कि संबोधित करने की जांच पुलिस करेगी। ऐसे में अगर कुछ गलत हुआ तो उचित कार्रवाई होगी। केरल के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी फिलिस्तीन का समर्थन करने के लिए लोगों को झूठे मुकदमों में उसे जेल भेजने का काम कर रही है। उन्होंने साफ कर दिया कि इस बात की अनुमति केरल में नहीं दी जाएगी। देश ने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया है और ऐसा पहली बार जब केंद्र ने अपना रुख बदला है।
बता दें कि, सीएम विजयन के यह जवाब बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के आरोपों पर आया है। हाल ही बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि केरल की वाम सरकार और राज्य पुलिस ने हमास नेता को संबोधित करने से नहीं रोका है।
Created On :   30 Oct 2023 10:20 PM IST