बजट सत्र: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल पेश करेंगी इकोनॉमिक सर्वे, देश की इकोनॉमी हालातों के बारे में मिलेगी जानकारी
- वित्त साल में देश की अर्थव्यवस्था का आकलन
- मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार होता है इकोनॉमिक सर्वे
- डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के इकोनॉमिक डिविजन तैयार करती है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कल 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है और 1 जनवरी को बजट पेश किया जाएगा। बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 प्रस्तुत करेगी। इसे संसद टीवी ,पीआईबी इंडिया चैनल ,वित्त मंत्रालय के फेसबुक पेज, लिंक पर इकोनॉमिक सर्वे को देख सकते है। लाइव अपडेट के लिए वित्त मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी देख सकते है।
इकोनॉमिक सर्वे के दोनों भागों में कृषि और औद्योगिक उत्पादन , इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार, मुद्रा की आपूर्ति, कीमतें, आयात-निर्यात और विदेशी मुद्रा भंडार जैसे आर्थिक संकेतकों के बारे में बताया जाता है। इसमें ये पता चलता है कि किन चीजों से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ता है। उनसे सरकार के राजकोषीय पर क्या प्रभाव पड़ता है।
इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 का मकसद पिछले वित्त साल में देश की अर्थव्यवस्था का आकलन करना होता है। इकोनॉमिक सर्वे से मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज जैसी इंडस्ट्रीज में किस तरह का ट्रेंड चल रहा है और किन चुनौतियों का समाधान कर विकास को बढ़ावा देने के लिए कैसी योजना बनाना चाहिए, इसकी जानकारी मिलती है।
आपको बता दें इकोनॉमिक सर्वे एक ऐसा दस्तावेज होता है, जिसमें देश की अर्थव्यवस्था का विस्तृत विश्लेषण किया जाता है। इसमें दो पार्ट होते है,पहले पार्ट में इकोनॉमिक परफॉर्मेंस का मूल्यांकन होता है, जबकि दूसरे पार्ट में शिक्षा, गरीबी और जलवायु परिवर्तन जैसे सामाजिक-आर्थिक मुद्दों का विश्लेषण होता है, इसमें जीडीपी ग्रोथ, महंगाई और व्यापार के अनुमानों का भी विश्लेषण किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के इकोनॉमिक डिविजन द्वारा इकोनॉमिक सर्वे को तैयार किया जाता है। जबकि बजट से पहले वित्त मंत्री इसे रिलीज करती है।
Created On :   30 Jan 2025 8:13 PM IST