पश्चिम बंगाल हिंसा अपडेट: मुर्शिदाबाद पहुंची NCW अध्यक्ष विजया रहाटकर, हिंसा प्रभावित परिवार से की मुलाकात, कहा- महिलाओं ने मुझे बताई आपबीती

- मुर्शिदाबाद पहुंची NCW अध्यक्ष
- पीड़ितों से मिलीं विजया रहाटकर
- वक्फ संशोध कानून को लेकर हुई थी हिंसा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। अध्यक्ष ने जानकारी दी कि महिलाओं ने उन्हें बताया कि उसे ऊपर क्या बीत रही है। आपको बता दें कि, वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 17 अप्रैल को सुनवाई की। इस दौरान अदालत ने केंद्र सरकार को जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया। साथ ही, यह भी कहा कि अगले आदेश तक वक्फ बोर्ड में नई नियुक्तियां नहीं होंगी। आपको बता दें कि, वक्फ कानून को असंवैधानिक कहने वाली याचिकाओं पर कोर्ट में कल (16 अप्रैल) भी सुनवाई हुई थी। इस दौरान तीखे सवाल जवाब हुए। वहीं, अदालत ने आगे की सुनवाई के लिए आज का समय दिया था।
मुलाकात के बाद क्या बोलीं NCW अध्यक्ष?
मुर्शिदाबाद हिंसा से प्रभावित परिवारों से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष विजया राहतकर ने कहा कि मैं कैंप में महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की है। उनके साथ क्या बीती है, उसके बारे में उन्होंने मुझे बताया है। इन महिलाओं को बहुत तकलीफ हुई है। इनके घर भी चले गए हैं। इनके साथ यौन उत्पीड़न भी हुआ है।
#WATCH | Malda, West Bengal | National Commission for Women (NCW) Chairperson Vijaya Rahatkar says, "I met women and children in the camp and they shared their experiences with me...The women have gone through a lot of suffering, their houses were burnt, they were forcefully… https://t.co/d2Zjiogfk5 pic.twitter.com/ububcpLjw9
— ANI (@ANI) April 18, 2025
मुर्शिदाबाद में क्यों हुई हिंसा?
वक्फ संशोधन कानून पास होने के बाद मुस्लिम संगठन नाराज हैं। 8 अप्रैल को नया वक्फ कानून लागू होने के बाद देशभर में मुस्लिम्स ने जमकर प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भारी हिंसा भड़क उठी। नए कानून के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में 100 से भी ज्यादा याचिकाएं दाखिल की गई हैं। सभी का कहना है कि नया वक्फ कानून संविधान के खिलाफ है। जिन पार्टियों ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है उनमें कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआई, वाईएसआर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीवीके, आरजेडी, जेडीयू, एआईएमआईएम, आप, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग समेत अन्य दल भी शामिल हैं।
Created On :   18 April 2025 6:35 PM IST