जम्मू-कश्मीर: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 3 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से किया बर्खास्त
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- आतंकियों के लिए काम करता था स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी
- तीनों कर्मचारी अलग अलग विभाग से
- पुलिस, शिक्षा और वन विभाग का कर्माचारी
डिजिटल डेस्क, कश्मीर। आतंकवाद और उसके समर्थकों पर शिकंजा कसते हुए जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 3 सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त किए जाने वाले तीनों कर्मचारी अलग अलग विभाग से है। बर्खास्त किए गए तीनों के नाम क्रमश: पुलिस आरक्षक फिरदौस अहमद भट, अध्यापक मोहम्मद अशरफ भट और वन विभाग में अर्दली निसार अहमद खान शामिल है। इस समय तीनों कर्मचारी आतंकवाद से जुड़े कई केस में जेल के अंदर हैं।
आपको बता दें आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर के 69 सरकारी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। पिछले साल 30 नवंबर को एलजी मनोज सिन्हा ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और आतंकी संबंधों में कथित संलिप्तता के चलते दो सरकारी अधिकारियों की सेवा खत्म कर दी थी।
सरकारी जांच और खुफिया एजेंसियों के पुख्ता सबूतों के आधार पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और उसके समर्थकों पर एक्शन लेते हुए उपराज्यपाल ने दो सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया था। इन कर्मचारियों पर आतंकियों को मदद पहुंचाने और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। इसी के चलते एलजी सिन्हा ने यह कार्रवाई की थी। स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी आतंकी संगठनों के लिए काम करता था।
पहला केस स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट अब्दुल रहमान नैका का है, कुलगाम के देवसर इलाके में रहने वाले नैका ने 1992 में स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल असिस्टेंट के तौर पर नौकरी नियुक्त की थी। जांच में पता चला कि वह लंबे वक्त से आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम कर रहा था
Created On :   15 Feb 2025 2:40 PM IST