भारत की कूटनीतिक जीत: पूर्वी लद्दाख में 'ड्रैगन' ने झुकाया सर, 4 इलाकों से हटी चीनी सेना, NSA अजित डोभाल की रणनीति ने किया कमाल
- पूर्वी लद्दाख में गल्वान समेत 4 इलाकों से हटी चीनी सेना
- ब्रिक्स समिट में हुई अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री की मुलाकात
- गुरुवार को रूस में हुई थी ब्रिक्स देशों की बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के सेंट पीटर्सबर्ग शहर में बीते गुरुवार को ब्रिक्स देशों के हुए बैठक हुई थी। इस बैठक में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के सुरक्षा सलाहकार सम्मिलित हुए थे। इस बैठक में भारत की ओर से एनएसए अजित डोभाल गए थे। बैठक के अगले दिन चीन के विदेश मंत्रालय ने पूर्वी लद्दाख में गलवान समेत चार बिंदुओं से सैनिकों के पीछे हटने का जिक्र किया। चीन ने कहा कि बैठक के दौरान भारत और चीन को अपने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार लाने के लिए माहौल बनाना होगा। इसके लिए दोनों देशों ने मिलकर काम करने पर सहमति जताई है।
चीन के विदेश मंत्रालय की ओर जारी एक प्रेस रीलीज के अनुसार, "एनएसए अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स सदस्य देशों में सुरक्षा मामलों के लिए अधिकारियों की बैठक से हटकर बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों ने सीमा विवाद पर हाल में हुए बात-चीत की के कारण हुई वृद्धि पर चर्चा की।"
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस प्रेस वार्ता के दौरन उनसे जब सवाल किया गया कि क्या दोनों देश पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के कारण चार सालों से द्विपक्षीय संबंधों पर जमी बर्फ हटाने के करीब हैं? इसका जवाब देते हुए माओ ने कहा, "हाल के वर्षों में, दोनों देशों की अग्रिम मोर्चे पर तैनात सेनाओं ने चीन-भारत सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में चार बिंदुओ से पीछे हटने का काम पूरा कर लिया है, जिसमें गलवान घाटी भी शामिल है। चीन-भारत सीमा पर स्थिति आम तौर पर स्थिर और नियंत्रण में है।"
Created On :   13 Sept 2024 11:07 PM IST