मणिपुर में जारी हिंसा: सुप्रीम कोर्ट के जज कोटिश्वर सिंह का बयान, कहा - मणिपुर के हालातों पर काबू पाया जा सकता है

- मणिपुर में जारी है हिंसा
- मणिपुर हाई कोर्ट का 12वां स्थापना दिवस
- कार्यक्रम में शामिल हुए जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह हुए शामिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा जारी है। इस बीच रविवार को मणिपुर हाई कोर्ट की स्थापना की 12वीं वर्षगांठ के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा से पनपे हालातों पर चर्चा की। जस्टिस कोटिश्वर ने कहा कि यदि लोग संविधान का पालन करें तो मणिपुर में चुनौतियों पर काबू पाना आसान हो सकता है। क्योंकि यह (संविधान) मुश्किल समय में काम करने के लिए मार्गदर्शन देती है।
मणिपुर हिंसा पर बोले एन. कोटिश्वर सिंह
जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह ने बताया कि जस्टिस बी आर गवई के नेतृत्व में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर के चुराचांदपुर और बिष्णुपर जिलों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लोगों में न्यायापालिका के प्रति काफी संभावना देखी।
इस दौरान जस्टिस कोटिश्वर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'एक छोटा राज्य होने के नाते मणिपुर चुनौतियों से अछूता नहीं है, लेकिन सौभाग्य से हमारे पास संविधान है जो हमें कठिन समय में काम करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।'
मणिपुर में पांच जजों ने किया दौरा
न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह ने कहा, 'चुराचांदपुर की समृद्ध परंपराएं हैं और यहां का समुदाय जीवंत है। इंफाल से बहुत से लोग विभिन्न कारणों से चुराचंदपुर जाते थे। हमने कानूनी व्यवस्था और न्यायपालिका में चुराचंदपुर के योगदान को देखा है। इसने मणिपुर उच्च न्यायालय के दो प्रख्यात न्यायाधीश दिए हैं।' उन्होंने लोगों से देश को मजबूत बनाने के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया।
बता दें, सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने मणिपुर के राहत शिविरों का दौरा किया था, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी वितरित की थी। इस दौरान लोगों को अपने अधिकारों को लेकर कानूनों के बारे में जानकारी दी गई थी। हिंसाग्रस्त मणिपुर को लेकर जजों ने कहा था कि यहां के लोग ये न सोचें कि उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है, मणिपुर के लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है।
Created On : 23 March 2025 3:33 PM