'सबका साथ, सबका विकास': पीएम मोदी के नारे पर दिए बयान से पलटे शुभेंदु अधिकारी, अब दोहराया स्वामी विवेकानंद का दिया उपदेश

पीएम मोदी के नारे पर दिए बयान से पलटे शुभेंदु अधिकारी, अब दोहराया स्वामी विवेकानंद का दिया उपदेश
  • दूसरों के धर्म का सम्मान करना चाहिए- शुभेंदु अधिकारी
  • सांप्रदायिक मतदान ने भाजपा को बहुत प्रभावित किया- शुभेंदु अधिकारी
  • पीएम मोदी को भी सुवेंदु का यह सर्कस देखना पड़ा- टीएमसी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी बुधवार को दिए अपने ही बयान में घिर गए। उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' कहने की जरूरत नहीं है। बल्कि 'जो हमारे साथ, हम उनके साथ' हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' कहना बंद करो।

शुभेंदु अधिकारी के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई। जिसके बाद उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि "सबका साथ, सबका विकास" प्रधानमंत्री मोदी का नारा है और मेरे कहने से यह नहीं बदलेगा। यह एनडीए सरकार का एजेंडा है, यह बीजेपी का भी एजेंडा है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने ऐसा क्यों कहा।"

बता दें कि, अपनी स्पष्टीकरण से पहले एक कार्यक्रम के दौरान शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि हम जीतेंगे तो हिंदुओं को बचाएंगे। साथ ही, हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा, हम उनका साथ देंगे। शुभेंदु अधिकारी ने कहा, "मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आप सभी ने भी कहा था कि 'सबका साथ, सबका विकास' लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा, बल्कि अब हम कहेंगे 'जो हमारे साथ हम उनके साथ', 'सबका साथ, सबका विकास' कहना बंद करो', अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है। इसे बंद करो। हम संविधान को बचाएंगे।"

अब शुभेंदु अधिकारी ने दिया स्पष्टीकरण

अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा- मेरा मतलब था कि बंगाल में बीजेपी को उन लोगों के साथ गठबंधन करना चाहिए जो राजनीतिक रूप से उनका समर्थन करते हैं, इसका प्रशासन या विकास से कोई लेना-देना नहीं है। कृपया समझें, सरकार और राजनीति दो अलग-अलग चीजें हैं। एक राजनीतिक पदाधिकारी के रूप में मैंने बीजेपी की एक बैठक में कहा है कि बंगाल में बीजेपी को उन लोगों के साथ गठबंधन करना चाहिए जो पार्टी का समर्थन करते हैं।

बीजेपी नेता अधिकारी ने आगे कहा- हमें उन लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखनी चाहिए जो हमारे साथ नहीं आते हैं। उनसे लड़ने का कोई फायदा नहीं है। स्वामी विवेकानंद ने खुद कहा था कि व्यक्ति को अपने धर्म में आस्था रखनी चाहिए और दूसरों के धर्म का सम्मान करना चाहिए। दूसरों के धर्म का अनादर करने की कोई जरूरत नहीं है।"

यह पीएम मोदी का नारा- शुभेंदु अधिकारी

उन्होंने आगे कहा कि यह नारा प्रधानमंत्री ने दिया था और आज भी है। भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर मैंने बहुत दुख के साथ अपनी बात रखी कि भाजपा की राज्य इकाई को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होना चाहिए, न कि उन लोगों के साथ जो भाजपा के साथ नहीं खड़े हैं। यह एक राजनीतिक बयान है और इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ सबका विकास' नारे से कोई लेना-देना नहीं है। जब मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाता हूं, तो वहां विकास कार्यों से हिंदू और मुसलमान दोनों को लाभ मिलता है।

बीजेपी नेता अधिकारी ने कहा- फिर भी हमें सुनने को मिलता है कि भाजपा एक हिंदू पार्टी है। हमें काले झंडे दिखाए जाते हैं और हमारी गाड़ियों पर पत्थर फेंके जाते हैं। हमने अब तक जो कुछ भी किया है, वह देश के हर नागरिक के लिए है, चाहे वह किसी भी धर्म का हो। मेरे बयान निजी हैं और इसका पार्टी की सोच से कोई लेना-देना नहीं है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में अल्पसंख्यक मोर्चा था। मैंने मिलन उत्सव में 700 लोगों के साथ ईद मनाई। और भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली को एक भी वोट नहीं मिला। सांप्रदायिक मतदान ने भाजपा को बहुत प्रभावित किया।"

टीएमसी ने साधा निशाना

सुवेंदु अधिकारी के बयान पर निशाना साधते हुए टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा- ये लोग हमारे देश की पहचान को नष्ट कर रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पीएम मोदी को भी सुवेंदु का यह सर्कस देखना पड़ा। यह महज राजनीतिक नुकसान की हताशा के कारण है। ये लोग सिर्फ नफरत फैलाते हैं और संविधान में विश्वास नहीं करते। मैंने सुना है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें अच्छी तरह से सुना है कि उन्हें बयान देना पड़ा, जो कहा गया, वह कह दिया गया, इरादे सामने आ गए हैं।

Created On :   17 July 2024 7:02 PM IST

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