फिर हुई ट्रेन डिरेल की कोशिश: बठिंडा में रेल ट्रैक पर रखा लोहे के सरियों का बंडल, रची ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश, ड्राइवर की सतर्कता से टला हादसा
- देश में बढ़ी ट्रेन डिरेल की घटनाएं
- बठिंडा में रची ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश
- लोकोपायलट की सावधानी से टला हादसा
डिजिटल डेस्क, बठिंडा। बीते कई दिनों से देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेन डिरेल घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। बीते दिनों मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाकर ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई थी। हालांकि डेटोनेटर ट्रेन गुजरने से पहले ही फूट गए जिससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यह घटना 18 सितंबर की थी जिसका खुलासा रविवार को हुआ। ऐसा ही एक मामला पंजाब के बठिंडा से समाने आया है। जहां रविवार-सोमवार की दरमियानी रात कुछ शरारती तत्वों ने करीब 1 दर्जन लोहे के सरियों का बंडल रेलवे ट्रैक पर रख दिया, लेकिन ट्रेन ड्राइवर (लोको पायलट) की सतर्कता से बड़ा हादसा होन से बच गया।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
रेलवे ट्रैक पर सरिया होने के चलते बठिंडा आ रही मालगाड़ी को दिल्ली ट्रैक पर 45 मिनट के लिए रोककर रखना पड़ा। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और मौके का मुआयना किया। पुलिस के मुताबिक रेल ट्रैक के पास ओवर ब्रिज का निर्माण चल रहा है। जहां से सरिया चुराकर शरारती तत्व ऐसा काम करते हैं। आरपीएफ ने बताया कि पहले भी यहां इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।
ड्राइवर की समझदारी से टला हादसा
घटना देर रात 2 से 3 बजे के बीच की बताई जा रही है। ट्रेन के ड्राइवर ने ट्रैक पर एक वस्तु पड़ी देखी। जिसके बाद उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए और नीच उतरा। पास जाने पर उसने रेलवे ट्रैक पर उसे लोहे का सरिया रखा मिला। इसके बाद उसने वहां से करीब दर्जन भर सरिये हटाए। साथ ही रेलवे पुलिस को इस घटना की सूचना दी। यदि समय रहते ड्राइवर को ट्रैक पर कुछ रखा होने का पता न चलता तो बड़ा हादसा हो सकता था। जिसमें हजारों यात्री अपनी जान गंवा सकते थे।
बता दें कि पंजाब के भटिंडा और मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के अलावा यूपी के कानपुर में भी ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई। यहां प्रेमनगर स्टेशन के पास ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर रखा मिला। मालगाड़ी के ड्राइवर ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को 10 फीट पहले ही रोक दिया।
Created On :   23 Sept 2024 11:54 AM IST