पुणे पोर्श मामला: पुणे एक्सीडेंट मामले में पुलिस को मिली एक और सफलता, नाबालिग आरोपी की मां गिरफ्तार, बदल दिया था ब्लड सैंपल
- पोर्श कार मामले में पुलिस को मिली एक और सफलता
- नाबालिग आरोपी की मां गिरफ्तार
- अपने सैंपल से बदला था बेटे का ब्लड सैंपल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट मामला में पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुणे क्राइम ब्रांच ने नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल को हिरासत में ले लिया है। पोर्श कार से दो इंजीनियरों को कुचलने वाला नशे में धुत नाबालिग की मां शिवानी ने आरोपी के ब्लड सैंपल को अपने ब्लड सैंपल से बदल दिया था। सैंपल बदलने की बात सामने आने के बाद से सुनीता अग्रवाल फरार चल रही थी। हालांकि, पुलिस ने उसे ढूंढ कर अपने गिरफ्त में ले लिया है। नाबालिग आरोपी की मां कल रात मुंबई से पुणे आई थी। बता दें कि कार एक्सीडेंट के आरोपी के पिता और दादा पहले से ही पुलिस की हिरासत में हैं।
बेटे को बचाने के लिए बदला ब्लड सैंपल
हाल ही में पुलिस की जांच में पता चला था कि कथित तौर पर हादसे के समय कार चला रहे नाबालिग आरोपी का जो ब्लड सैंपल जांच के लिए ससून जेनरल हॉस्पिटल भेजा गया था उसे बदल दिया गया था। शिवानी विशाल अग्रवाल की गिरफ्तारी इसी सिलसिले में हुई है। माना जा रहा है ससून अस्पताल के डॉक्टरों ने 17 साल के आरोपी को बचाने के लिए उसके ब्लड सैंपल की जगह जिस दूसरे सैंपल को जांच के लिए भेज दिया था, वह शिवानी अग्रवाल का था। जानकारी के मुताबिक, उन्हें आज ही पुणे की एक अदालत में पेश किया जाएगा।
सैंपल बदलने वाले डॉक्टर निलंबित
महाराष्ट्र सरकार ने 19 मई के पोर्श कार हादसे के आरोपी नाबालिग का खून का नमूना बदलने वाले पुणे के ससून जेनरल हॉस्पिटल के दो डॉक्टरों को बुधवार (29 मई) को निलंबित कर दिया। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय (डीएमईआर) ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर बताया था कि डॉ. अजय तावड़े और डॉ. शिशिर हलनोर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। इससे पहले डॉ. पल्लवी सापले के नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति ने दो दिन तक इस बात की जांच की कि किन परिस्थितियों में खून के नमूने बदले गये थे।
जांच में पता चला है कि दोनों डॉक्टरों ने नाबालिग के खून के नमूने को डस्टबिन में फेंक दिया था और उसकी जगह किसी और का खून का नमूना लेकर उसके आधार पर अपनी रिपोर्ट दी थी। हालांकि पुणे पुलिस ने आरोपी का एक और खून का नमूना लिया था जिसे जांच के लिए दूसरे अस्पताल भेजा गया था। रिपोर्ट में अंतर आने पर मामले का खुलासा हुआ।
Created On :   1 Jun 2024 10:41 AM IST