हाथरस भगदड़ मामला: 'भोले बाबा' पर साधु-संत हो रहे नरम, अब प्रशासन पर उठाए सवाल
- 13 जुलाई के बाद साधु संत 'भोले बाबा' पर उठा रहे थे सवाल
- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 'भोले बाबा' पर उठाए सवाल
- साधु-संतों ने अब प्रशासन पर उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को मची भगदड़ के बाद भोले बाबा पर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का गुस्सा शांत दिखाई दे रहा है। भोले बाबा को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बीते हफ्ते फर्जी संत करार कर दिया। साथ ही, वह बाबा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करने की भी मांग की थी।
अब इस मामले पर साधु-संतों के बयान नरम दिखाई दे रहे हैं। साथ ही, अब साधु-संत बाबा की जगह पर प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। अब इस मामले पर अखाड़ा के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा यह बहुत ही संवेदनशील मामला है। इस मामले में कोई कदम जल्दबाजी में उठाना उचित नहीं है। देश के सभी साधु संतो से विचार कर तभी कोई फैसला लिया जाएगा।
महंत हरि गिरि के मुताबिक, दिल्ली से सटे सभी शहरों के साधु संतों से विचार कर लिया गया है। जल्द ही हरिद्वार, उज्जैन, वाराणसी, आयोध्या और प्रयागराज के सभी संतों से मामले को लेकर विचार किया जाएगा। सभी संतों से चर्चा के बाद ही इस मामला में भोले बाबा को लेकर कोई भी फैसला लिया जाएगा। हाथरस में घटना होने का कारण महामंत्री हरि गिरि ने बताया कि वहां कोई अच्छी इंतजाम नहीं किया गया था। हालांकि, सरकार की ओर से प्रशासन ने भी लापरवाही की। इसके अलावा आयोजकों ने भी कोई खास व्यवस्था नहीं किया था। उन्होंने ने यह भी कहा कि महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर काफी अच्छी व्यवस्था की जाती है। इसलिए यहां हाथरस जैसी कोई घटना नहीं देखने को मिलेगा।
साथ ही, हरि गिरि ने कहा कि महांकुभ में सुरक्षा से लेकर ट्रैफिक के साथ हर चीज के लिए अलग ही स्तर पर व्यवस्था की जाती है। उनका कहना है कि संतो के भेष में गलत लोगों की एंट्री चिंता जनक है। साथ ही, उन्होंने कहा कि भागवान से प्रर्थना की जाएगी कि महाकुंभ में फर्जी साधु संतों कि एंट्री ना हो। भगवान ऐसे लोगों को महाकुंभ में दाखिल ही नहीं होने देंगे। संतों के चोले की आड़ में गलत काम करने वाले लोगों को रोका जाएगा।
Created On :   13 July 2024 2:40 PM GMT