'सैफई महोत्सव' की तर्ज पर योगी का 'गोरखपुर महोत्सव' आज से
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ "सैफई महोत्सव" की तर्ज पर अपने गृहक्षेत्र गोरखपुर में "गोरखपुर महोत्सव" की शुरूआत करने जा रहे हैं। 11 जनवरी से 13 जनवरी यानी 3 दिन तक यह महोत्सव चलेगा। यह महोत्सव हर मायने में सैफई महोत्सव से बिल्कुल अलग है क्योंकि इसमें भारतीयता, राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भरमार देखने को मिलेगी। इस महोत्सव का शुभारंभ यूपी के राज्यपाल राम नाईक करेंगे और समापन उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे।
इस उत्सव के लिए पूरे शहर में तैयारियां जोरों पर हैं। पूरे शहर की साफ-सफाई पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। पंडाल लगाए गए हैं। लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है और कलाकारों के आने जाने की व्यवस्था की गई है।
महोत्सव का बजट
योगी सरकार ने इस पूरे प्रोग्राम के लिए 35 लाख का बजट रखा है। इस महोत्सव में मशहूर भोजपुरी कलाकार रवि किशन, मशहूर गायक शंकर महादेवन और मालिनी अवस्थी के भी प्रोग्राम होंगे। हालांकि विपक्ष ने योगी सरकार के इस महोत्सव पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है पहले तो भाजपा सैफई महोत्सव की बुराई करती थी और अब खुद भी उसी राह पर है।
64 सीसीटीवी कैमरे से लैस है पूरा विवि परिसर
महोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए प्रशासन ने 64 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। साथ ही परिसर में एक निगरानी कक्ष बनाया गया है जो लगातार हर गतिविधि की निगरानी करेगा।
8 राज्यो की लोक कलाओं का होगा संगम
महोत्सव में 8 अलग-अलग राज्यों से वहां के लोक कलाओं को लेकर विभिन्न जोन में स्टॉल पर प्रदर्शनी लगाई गई है।
8 राज्यों की अलग-अलग भाषाओं पर होगा नृत्य
कश्मीर, राजस्थान, गोवा, पंजाब, त्रिपुरा, बंगाल और महाराष्ट्र की लावणी के संगीत पर महानगर के स्टेपिंग स्टोन, नवल्स एकेडमी और सेंट्रल एकेडमी के कुल 400 बच्चे ठुमके लगाएंगे।
क्या है सैफई महोत्सव ?
1997 में यूपी के तत्कालीन सीएम मुलायम सिंह ने अपने गृहक्षेत्र इटावा में सैफई महोत्सव की शुरूआत की थी। तब से हर साल दिंसबर में इस महोत्सव का आयोजन किया जाता था। बॉलीवुड के सितारों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों के चलते यह महोत्सव चर्चा का विषय बना रहता था। अब कुछ इसी तर्ज पर सीएम योगी आदित्यनाथ के पूर्व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में तीन दिन का महोत्सव किया जाना है। हालांकि गोरखपुर फेस्टिवल इस मायने में सैफई से अलग है कि जहां सैफई महोत्सव यादव परिवार का पारिवारिक कार्यक्रम हुआ करता था, वहीं यह गोरखपुर महोत्सव राज्य सरकार की ओर से आयोजित है। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मंदिर के प्रमुख पंडित भी हैं। यह महोत्सव शनिवार को खत्म हो रहा है। पूर्वी यूपी के किसी कस्बे में यह अपनी तरह का पहला फेस्टिवल होगा।
Created On :   11 Jan 2018 12:35 PM IST