Vaccination: भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम, पहले दिन 3,351 वैक्सीन सेंटर्स पर लक्ष्य से 60% कम 1.91 लोगों को लगा टीका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना खिलाफ जंग में शनिवार से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत में शुरू हुआ। हांलाकि लक्ष्य के मुकाबले पहले दिन सिर्फ 60% लोगों को ही कोरोना का टीका लगाया जा सका। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पहले दिन देश में 1,91,181 लोगों को टीका लगाया गया।
बता दें कि सरकार ने 3,006 केंद्रों पर 3,15,037 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। इन वैक्सीनेशन सेंटर पर 16,755 लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी। शाम को सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वैक्सीन की साइट्स तो बढ़ाकर 3,351 हो गई थीं, लेकिन यहां 1,65,714 को ही टीका लगाया जा सका। शाम 7 बजकर 45 मिनट तक यह डेटा 1,91,181 हो गया। सरकार ने पहले दिन शाम 5:30 बजे तक का जो आंकड़ा बताया, वह टारगेट के मुकाबले 53% ही था। बाद में अपडेट हुए डेटा में यह लगभग 60 प्रतिशत हो गया।
सरकार ने यह भी बताया कि पहले दिन कुछ जगहों पर बेनिफिशियरी लिस्ट अपलोड होने में देरी हुई। कुछ जगहों पर ऐसा भी हुआ कि जिन हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई, वे पहले दिन के लिए शेड्यूल्ड नहीं थे। हालांकि, पहले दिन के फाइनल आंकड़े सरकार बाद में जारी करेगी। उधर, वैक्सीनेशन के बाद सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के हेल्थ मिनिस्टर के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने रिव्यू मीटिंग की। आने वाले समय में हर एक वैक्सीन सेंटर पर टीका लगाने वालों की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था वो आ गया है। इसी दिन के लिए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने कहा था कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना टीका विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो रही है। इस दौरान वह उन लोगों को याद करके भावुक हो गए जो बीमार होने पर अस्पताल गए लेकिन वापस नहीं आए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स, इन्होंने मानवता के प्रति अपने दायित्व को प्राथमिकता दी। इनमें से अधिकांश तब अपने बच्चों, अपने परिवार से दूर रहे। उन्होंने एक बार फिर से दवाई भी और कड़ाई भी नारे को दोहराया। इसके बाद दिल्ली एम्स में सफाई कर्मचारी को कोरोना का पहला टीका लगा। इसके बाद खुद एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने टीका लगवाया।
सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाले 15 राज्य
आंध्र प्रदेश | 16,963 |
बिहार | 16,401 |
उत्तर प्रदेश | 15,975 |
महाराष्ट्र | 15,727 |
कर्नाटक | 12,637 |
प. बंगाल | 9,578 |
राजस्थान | 9,279 |
ओडिशा | 8,675 |
गुजरात | 8,557 |
केरल | 7,206 |
मध्यप्रदेश | 6,739 |
छत्तीसगढ़ | 4,985 |
हरियाणा | 4,656 |
तेलंगाना | 3,600 |
तमिलनाडु | 2,728 |
Created On :   16 Jan 2021 3:48 PM GMT