केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई और LJP सांसद रामचंद्र का निधन
- बिहार के समस्तीपुर से सांसद थे रामचंद्र पासवान
- लोक जनशक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पासवान का निधन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के छोटे भाई और एलजेपी सांसद रामचंद्र पासवान का निधन रविवार (21 जुलाई) को निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। लोक जनशक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पासवान बिहार के समस्तीपुर से सांसद थे। उनके निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर है।
Lok Janshakti Party (LJP) Member of Parliament, Ram Chandra Paswan (in file pic) passes away at RML Hospital in Delhi. He is brother of Union Minister Ram Vilas Paswan. pic.twitter.com/4n0OzZZBsA
— ANI (@ANI) 21 जुलाई 2019
रामचंद्र पासवान के भतीजे और सांसद चिराग पासवान ने अपने चाचा की मौत की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया। चिराग ने ट्विटर पर लिखा, आप सभी को बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि मेरे चाचा रामचंद्र पासवान जी अब नहीं रहे। आज दोपहर 1:24 बजे उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में आखिरी सांस ली।
आप सभी को बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा की मेरे चाचा जी आदरणीय श्री रामचंद्र पासवान जी अब नहीं रहे।आज 1:24pm पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल नई दिल्ली में उन्होंने आख़िरी साँस ली। pic.twitter.com/doZizAHPlg
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) 21 जुलाई 2019
जानकारी के मुताबिक, रामचंद्र पासवान को 12 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था। जिसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा था। पूरे परिवार के साथ रामविलास पासवान भाई का हालचाल लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
आज शाम 5 बजे से चाचा जी स्वर्गीय रामचंद्र पासवान जी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास 18 राजेंद्र प्रसाद रोड नई दिल्ली पर रखा जाएगा।कल सुबह 11 बजे से 3 बजे तक पटना में लोक जनशक्ति पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।शाम 4 बजे दाह संस्कार पटना में होगा। https://t.co/GG9MEAPotn
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) 21 जुलाई 2019
आपको बता दें कि, रामचंद्र पासवान पहली बार जेडीयू के टिकट पर संसद भवन पहुंचे थे। 2004 में उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर दूसरी बार चुनाव लड़ा और जेडीयू के दशाई चौधरी को हराया था। 2009 में वह जेडीयू के महेश्वर चौधरी से चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2014 में वह तीसरी बार संसद पहुंचे। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करके वह चौधी बार संसद भवन पहुंचे थे।
Created On :   21 July 2019 2:45 PM IST