करोड़ों जिंदगियों को तबाह कर देता है तंबाकू का सेवन

Tobacco use destroys millions of lives
करोड़ों जिंदगियों को तबाह कर देता है तंबाकू का सेवन
हाईलाइट
  • हम साल मार्च के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है नो स्मोकिंग डे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, राजा वर्मा। तंबाकू के धूम्रपान  को छोड़ने  के उद्देश्य से हर साल "नो स्मोकिंग डे" मनाया जाता है। यह  स्वास्थ्य जागरूकता दिवसों में से एक है। जो हर साल मार्च के महीने के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। हर साल एक नयी थीम के साथ नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है, पिछले साल नो स्मोकिंग डे की थीम 'Break Free' और 'Time to quit' रखी गई थी । इस बार की थीम है 'Quit Your Way' रखी गई है। तंबाकू के सेवन से कई प्रकार के कैंसर पैदा हो जाते है।

साल 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस की स्थापना की ताकि विश्व का ध्यान तंबाकू की महामारी और इससे होने वाली रोकथाम योग्य मृत्यु और बीमारी की ओर आकर्षित किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प WHA40.38 पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल 1988 को "विश्व धूम्रपान निषेध दिवस" होने का आह्वान किया। जिसके बाद सन् 1988 में, WHA42.19 प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी।  
 

नशा मुक्त अभियान

तंबाकू के सेवन से हर साल 80 लाख से ज्यादा लोग  मौत के मुंह में चले जाते है। आपको बता दें भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। आसानी से मिलती तंबाकू यहां सस्ते दामों में मिल जाती है। यही करण है, की भारत मे तंबाकू का सेवन भी ज्यादा मात्रा मे होता है। बड़ो को देखते देखते बच्चे भी स्मोकिंग का शिकार बन जाते है। जो पूरे देश के लिए एक चिंता का विषय है। धूम्रपान की लत से कई जानलेवा बिमारियों का शिकार बन जाता है। स्मोकिंग से लंग कैंसर, अस्थमा,सीओपीडी, टीवी जैसी कई बीमारियों मानव शरीर को घेर लेती है। 

धूम्रपान की लत कैसे छोड़ें?
1. धूम्रपान छोड़ने के अपने कारणों की लिस्ट बनाएं और उन्हें रोजाना याद करें।
2. लोगों को बताएं कि आप स्मोकिंग छोड़ने कि कोशिश कर रहे हैं, जिससे वह लोग आपको इसे करने से रोकेंगे।
3. आप को अपने स्मोकिंग करने वाले दोस्तो से थोड़े समय के लिए दूरी बनानी होगी। ऐसा करने से आप का स्मोकिंग करने से बच सकते है। 
4. आप निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और नॉन-निकोटीन दवाओं का सेवन करें।
5. धूम्रपान की इच्छा को दूर करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें।
6. जब भी स्मोकिंग करने का मन करे, तो खूब सारा पानी पीएं और खुद को व्यस्त कर लें।

जानिए नो स्मोकिंग डे का इतिहास 

1984 के दशक में धूम्रपान करना लोगों में एक आम बात हो गई थी। धूम्रपान करना एक बढ़ी समस्या बन गई थी। जो बढ़ती ही जा रही थी और जिसके कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ रहा था। इसी करण से धूम्रपान की इस समस्या को रोकने के लिए और साथ ही लोगों को जागरुक करने के लिए। 1984 में पहली बार "नो स्मोकिंग डे" मनाया गया था। यह एक मुहिम की शुरुआत थी, जिसमें में लोगों को बताया गया था कि धूम्रपान छोड़ने के क्या फायदे है। "नो स्मोकिंग डे" हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। दुनिया के कई देश नो स्मोकिंग डे  मनाया जता हैं।

Created On :   9 March 2022 3:06 PM IST

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