हिजाब विवाद और इस पर आए फैसले से और अधिक धार्मिक ध्रुवीकरण होगा

Survey says Hijab controversy and verdict will lead to more religious polarization
हिजाब विवाद और इस पर आए फैसले से और अधिक धार्मिक ध्रुवीकरण होगा
सर्वे हिजाब विवाद और इस पर आए फैसले से और अधिक धार्मिक ध्रुवीकरण होगा
हाईलाइट
  • सर्वेक्षण के दौरान 1
  • 508 लोगों से बातचीत की गई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिजाब विवाद से देश में फूट और गहराने और धार्मिक ध्रुवीकरण की ओर बढ़ने का खतरा है। आईएएनएस-सीवोटर स्नैप पोल में सामने आए निष्कर्षो से यह जानकारी मिली है।

सर्वेक्षण के दौरान 1,508 लोगों से बातचीत की गई।

कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा हिजाब विवाद को लेकर एक फैसला सुनाए जाने के बाद आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण के दौरान यह खुलासा हुआ है। हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर प्रशासन या अधिकारी यूनिफॉर्म जैसे नियम को लागू करते हैं तो यह सही है और मुस्लिम लड़कियों को स्कूलों और कॉलेजों के अंदर हिजाब पहनने की मंजूरी अदालत ने नहीं दी है।

हालांकि फैसले के लिए समग्र रूप से अलग-अलग लोगों की अपनी अलग राय है और सर्वेक्षण के दौरान पक्षपातपूर्ण तर्ज पर कुछ विभाजन स्पष्ट रूप से दिखाई दिया है।

यह पूछे जाने पर कि क्या हिजाब विवाद एक गढ़े गए मुद्दे से अधिक है, एनडीए के 56.3 प्रतिशत मतदाताओं ने सहमति व्यक्त की, जबकि 60.2 प्रतिशत विपक्षी मतदाताओं ने भी सहमति व्यक्त की। यह बाह्य रूप से एक द्विदलीय समर्थन की तरह दिखता है, इस विवाद के निर्माण के लिए कौन जिम्मेदार है, इस पर विपक्षी मतदाताओं का एक बिल्कुल अलग ²ष्टिकोण है।

एक और सवाल पर कि क्या विवाद से धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण होगा, करीब 54 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण बढ़ेगा। एनडीए के 51 प्रतिशत समर्थक इस बात से सहमत थे, जबकि 56 प्रतिशत विपक्षी मतदाताओं ने और अधिक ध्रुवीकरण पर आशंका व्यक्त की।

इस सवाल के जवाब के दौरान कुछ उम्मीद की किरण दिखाई दे रही थी: क्या आपको लगता है कि समान नागरिक संहिता इस तरह के मुद्दों को हल करेगी?

कुल मिलाकर, 70 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने इस बात से सहमति व्यक्त की, जबकि एनडीए के 77 प्रतिशत मतदाता और 65.5 प्रतिशत विपक्षी मतदाता इससे सहमत थे।

(आईएएनएस)

Created On :   16 March 2022 3:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story