राष्ट्रपति चुनाव में समाजवादी नेता मुलायम से हुई बड़ी गलती, आज भी देश में होती है जिसकी चर्चा
- मुलायम भूल की याद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पक्ष विपक्ष दूसरे दलों से संपर्क कर अपने पक्ष में वोट करने के लिए सियासी पार्टियों से समर्थन मांग रहे हैं। इस दौरान समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव के द्वारा मतदान के दौरान हुई गलती के भी चर्चे जोरों से चल रहे हैं कि कैसे एक नेता से राष्ट्रपति चुनाव में बहुत बड़ी गलती हो गई, हालांकि मुलायम ने भूल को तुरंत पकड़ लिया और उसके सियासी मायने को भांपते हुए मुलायम ने गलती को सुधारते हुए सही से मतदान किया लेकिन इसके भूल की चर्चा आज भी हो रही हैं। मुलायम की इस भूल को देश के नेता आज भी याद करते हैं।
दरअसल जनता के जन प्रतिनिधि 19 जुलाई 2012 को देश के 13 वें राष्ट्रपति चुनने जा रहा थे, और अपने अपने मत का यूज कर रहे हैं। मुलायम सिंह से साल 2012 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान गलती से बीजेपी प्रत्याशी पीए संगमा को वोट दिया, उन्होंने जैसे ही इसे देखा तो सोचते रह गए, भूल का एहसास करते हुए मुलायम ने न आव देखा न ताव और अपने बैलट पेपर के वहीं 2 टुकड़े कर डाले। मत पत्र को फाड़कर चुनाव अधिकारी से दूसरा बैलट पत्र लेकर यूपीए प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी को वोट किया। जैसे ही ये बात बीजेपी नेता पीए संगमा के पोलिंग एजेंट सतपाल जैन को पता चली तो सतपाल ने मुलायम से एक कदम आगे दूसरे मतपत्र का कड़ा विरोध करते हुए इसकी लिखित शिकायत चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षक से कर डाली।
मुलायम भूल
प्रेसिडेंट और वाईस प्रेसिडेंट कानून 1972 के नियम 15 के मुताबिक किसी निर्वाचक को नए मतपत्र कब दिये जाएं, अगर वोटर की लापरवाही से बैलेट कहीं फट जाए या उस पर इंक गिर जाए तो निर्वाचक पीठासीन अधिकारी को वह मतपत्र को वापस करते हुए यह बताना पड़ता है कि यह बैलेट पेपर कैसे खराब हो गया। उसके बाद ही अधिकारी खराब हुए मतपत्र को अपने पास रखता है, और दूसरा बैलेट पेपर उसे देता हैं।
इस राष्ट्रपति चुनाव में पीए संगमा को प्रणब मुखर्जी ने मात दी थी। प्रणब मुखर्जी भारी मतों के अंतर से विजयी हुए थे।
Created On :   25 Jun 2022 8:10 AM GMT