अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों से जुड़ा सनसनीखेज खुलासा, हत्याकांड में चौथा व्यक्ति भी था शामिल, तीनों शूटरों की मदद करने का शक, पुलिस की तलाश जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी मिली है कि पत्रकारों की भेष में आए सनी, लवेलश और अरुण मौर्या घटना को अंजाम देने के तीन दिन पहले एक होटल में ठहरे हुए थे। तब इन हत्यारों के पास कोई भी प्रेस आईडी कार्ड, माइक या फिर कैमरा मौजूद नहीं था।
इस मामले में होटल मैनेजर ने बताया कि जब ये तीनों शख्स होटल बुकिंग के लिए आए थे, तब इनके पास केवल एक पिट्ठू बैग था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि हत्या वाले दिन इन हत्यारों के पास गले में आईडी कार्ड, हाथ में माइक और कैमरा कैसे आ गए? इसी के साथ सवाल अब यह उठने लगा है कि आखिर वो कौन लोग है जिसने इन शूटरों को ये सभी चीजें उपलब्ध करवाई?
शूटर्स को मदद करने वाला कौन है?
इस मामले में पुलिस को शक है कि हत्या के दिन कोई और भी है जो इन आरोपियों की मदद कर रहा था। साथ ही, एसआईटी और पुलिस को यह भी शक है कि एक प्रयागराज का रहने वाला और एक बाहरी व्यक्ति इनकी मदद कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, तीनों शूटर्स इन दोनों (अज्ञात शख्स) के फोन से आगे की प्लान के बारे में बात करते थे। यही वजह है कि हत्याकांड के बाद तीनों शूटरों के पास मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ।
पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। हालांकि, आरोपियों ने रिमांड की अर्जी दाखिल की थी, लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया। एसआईटी की टीम ने अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड का वीडियो फुटेज खंगाला। जिसके बाद पता चला कि तीनों शूटर्स ने महज 16 सेकेंड में अतीक और अशरफ पर 18 गोलियों की बौछार कर दी थीं। जिसकी वजह से अतीक और अशरफ को संभलने का भी मौका नहीं मिला और वह घटनास्थल पर ही ढेर हो गया।
वायरल वीडियो का सच
इधर, यूपी पुलिस के हाथों एक भी वीडियो लगी है जिसमें अतीक अहमद के बेटे असद, शूटर गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और विजय चौधरी उर्फ उस्मान 11 फरवरी को बरेली जेल में बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहा है। यूपी पुलिस ने इस वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह वीडियो इसी साल 11 फरवरी का है। यह वीडियो असद और उसके सहयोगी अतीक के भाई और पूर्व विधायक अशरफ से जेल में मुलाकात करने के बाद बाहर निकलते समय का है। वीडियो विशेष जांच दल (एसआईटी) के हाथ लग गया है और वे इस अवैध मुलाकात की पुष्टि कर चुके हैं। इस तस्वीर में असद काले रंग का चश्मे पहना हुआ है और उसके पीछे गुड्डू मुस्लिम है।
जांच जारी है- एसएसपी प्रभाकर चौधरी
वीडियो में अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, उस्मान और अन्य आरोपी एक साथ निकलते हुए दिखाई दे रहा है। इसके बाद जेल प्रशासन ने यह वीडियो बरेली पुलिस और प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया।
जिसके बाद जांच में पुष्टि हुई कि बरेली जेल में सात आठ लोग 11 फरवरी की दोपहर 1:22 बजे जेल के अंदर गए थे और तीन बजकर 14 मिनट पर वे वहां से बाहर निकले। इस दौरान ये सभी लोग पौने दो घंटे तक जेल में रहे। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी ने इस मामले में बताया कि अभी जांच में जो भी पता लगा है, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुआ बदमाश
मालूम हो कि, प्रयागराज में उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी असद अहमद और उसके दोस्त गुलाम को यूपी एसटीएफ की टीम ने 13 अप्रैल को एनकाउंटर में मार गिराया था। हालांकि इससे पहले छह मार्च को पुलिस ने उस्मान को एनकाउंटर में मारा गिराया था। लेकिन गुड्डु मुस्लिम अभी भी यूपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है।
बता दें कि, 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल चेक-अप के लिए ले जाते वक्त पुलिस की मौजूदगी और मीडिया के बीच में तीन शूटरों ने हत्या कर दी थी।
Created On :   25 April 2023 7:18 PM IST