रविशंकर ने साधा शिवसेना पर निशाना, बोले- कुर्सी के लिए जनमत मैच फिक्सिंग कैसे ?
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में राजनीतिक तस्वीर रातों रात बदल गई है। जहां शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रही थी, वहीं शनिवार सुबह भाजपा ने NCP के साथ मिलकर सरकार बना ली है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। जबकि अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। दोनों नेताओं से आज सुबह करीब आठ बजे शपथ ली। अजित पवार की बगावत से NCP में दो फाड़ हो गई है। पहले शरद पवार ने ट्वीट कर बताया कि भाजपा को समर्थन देना उनका अजित पवार का निजी फैसला है, वहीं पवार की बेटी सांसद सुप्रिया सुले ने अपने वाट्सएप स्टेटस में लिखा कि "पार्टी और परिवार का विभाजन हो गया है।"
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— BJP (@BJP4India) November 23, 2019
महाराष्ट्र के पूरे घटनाक्रम के बाद भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवसेना पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने बताया कि "भाजपा और शिवसेना ने जब बहुमत प्राप्त किया तो यह भाजपा गठबंधन की नैतिक और चुनावी विजय थी, तो चुनाव परिणाम के बाद शिवसेना किसके इशारे पर उत्तेजक हो गई थी?" उन्होंने कहा कि "शरद पवार और कांग्रेस ने चुनाव परिणाम के बाद बयान दिया था कि हमें विपक्ष में बैठने का जनमत मिला है, तो ये विपक्ष में बैठने का जनमत कुर्सी के लिए मैच फिक्सिंग कैसे हो गया था?"
Union Minister Ravi Shankar Prasad: Throughout the election campaign, Devendra Fadnavis" name was projected as the Maharashtra Chief Minister. Support base of BJP the prospect of Devendra Fadnavis becoming CM, played a crucial role in success of Shiv Sena candidates. pic.twitter.com/WDoVJoHap5
— ANI (@ANI) November 23, 2019
कॉन्फ्रेंस में रविशंकर ने बताया कि "चुनाव प्रचार के दौरान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम प्रोजेक्ट किया गया था।" उन्होंने यह भी कहा कि "भाजपा द्वारा समर्थन के आधार पर और देवेंद्र फडणवीस के सीएम बनने की संभावनाओं ने शिवसेना के उम्मीदवारों को चुनाव में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"
स्वार्थ में शिवसेना ने तोड़ी दोस्ती
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रविशंकर ने कहा बताया कि "महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना को जनादेश मिला, जिसमें भाजपा बड़ी पार्टी बनकर उभरी। वहीं मुख्यमंत्री का बहुमत एक योग्य और ईमानदार सीएम देवेंद्र फडणवीस के लिए था।" उन्होंने बताया कि "भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है, और जब स्वार्थ भाव से प्रेरित होकर शिवसेना ने अपनी 30 साल की दोस्ती (भाजपा से) तोड़कर अपने घोर विरोधियों (कांग्रेस और NCP) का दामन थामा, तो क्या यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है?"
शिवाजी की बात ना करे शिवसेना
इस दौरान शिवसेना पर तंज कसते हुए रविशंकर ने कहा कि "कुछ लोग छत्रपति शिवाजी की विरासत की बात कर रहे हैं, उनसे मैं बस इतना कहूंगा कि सत्ता के लिए अपने विचारों से समझौता करने वाले तो कम से कम छत्रपति शिवाजी की बात न करें।" इसके अलावा उन्होंने कहा कि "जो आदरणीय बाला साहब ठाकरे के आदर्शों को जीवित नहीं रख सके, उनके विषय में मुझे कुछ नहीं कहना है। शिवसेना का प्रमाणिक कांग्रेस विरोध जग जाहिर है और उनकी राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रवाद और भारत की संस्कृति-संस्कार के प्रति समर्पण भी प्रमाणिक है।"
गठबंधन देगा स्थाई सरकार
भाजपा नेता रविशंकर ने कहा कि क्या अब तक शिवसेना और NCP का बहुमत को लेकर कोई भी आवेदन राज्यपाल के पास था? जबकि आज सुबह भाजपा और अजीत पवार जी के साथ NCP के तबके ने आवेदन दिया कि हमारे पास बहुमत है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सभी दलों को सरकार बनाने का मौका दिया। उन्होंने NCP और शिवसेना को बुलाया तो उन्होंने कहा कि और समय दीजिए, लेकिन कोई भी बहुमत साबित करने में सक्षम नहीं था। इसी कारण आज देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली है, यह गठबंधन महाराष्ट्र को एक स्थाई सरकार देगा और राज्य में हमारी सरकार नहीं गिरेगी।
Created On :   23 Nov 2019 4:50 PM IST