राजस्थान की सियासत: गहलोत कैबिनेट ने तीसरी बार राज्यपाल को भेजा विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव
- राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच हुई कैबिनेट बैठक
- राज्यपाल को तीसरी बार भेजा गया सत्र बुलाने का प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच आज (28 जुलाई) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में एक बार फिर कैबिनेट बैठक हुई है। सीएम आवास पर हुई मीटिंग में विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव पास हुआ। ये तीसरी बार है जब कैबिनेट ने राज्यपाल को सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा है। वहीं बीजेपी ने बसपा विधायकों के विलय को लेकर दोबारा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
A meeting of the #Rajasthan state cabinet begins at Chief Minister Ashok Gehlot"s residence.
— ANI (@ANI) July 28, 2020
गहलोत सरकार की ओर से राज्यपाल से अपील की गई है कि, उन्हें कैबिनेट द्वारा दी गई सलाह माननी चाहिए, वरना राज्य में संवैधानिक संकट पैदा हो सकता है। बैठक खत्म होने के बाद राज्य सरकार में मंत्री प्रताप सिंह, हरीश चौधरी की ओर से बयान दिया गया कि, हमें बहुमत साबित करने की जरूरत नहीं है, हम पहले से ही बहुमत में हैं।
राज्य सरकार में मंत्री ने ये भी कहा, तीसरी बार विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, अगर इस बार भी नहीं माना गया तो फिर से हम कैबिनेट बुलाकर प्रस्ताव भेजेंगे, इसके बाद भी नहीं माना गया तो हम केंद्र से कहेंगे कि आप CRPF की टीम भेजकर हमें जेल में डाल दीजिए। मंत्रियों ने ये दावा भी किया है कि, अगर राजस्थान में चुनाव होंगे तो हम फिर जीतकर आएंगे।
बता दें कि, गहलोत सरकार लगातार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रही है। राज्यपाल ने सीएम की मांग को दो बार खारिज किया, बाद में सोमवार को सत्र बुलाने पर सहमत हुए लेकिन उन्होंने गहलोत के सामने तीन शर्तें रखीं और दो सवाल भी किए। राज्यपाल कालराज मिश्र ने राज्य सरकार को विधानसभा सत्र बुलाने से पहले 21 दिन का नोटिस देने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और विश्वास मत परीक्षण की स्थिति में कुछ शर्तों का पालन करने को कहा था।
LIVE Updates:
बसपा कल यानी बुधवार को अपने 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायक करेगी।
BSP to file a plea in Rajasthan High Court tomorrow against the merger of six BSP MLAs in the state with Congress party. pic.twitter.com/vpJNndM2Po
— ANI (@ANI) July 28, 2020
कांग्रेस ने ट्वीट कर बीजेपी पर साधा निशाना-
लोकतंत्र की हत्या को आतुर,
— Congress (@INCIndia) July 28, 2020
पुरजोर भाजपाई षड्यंत्र है।
लोकतंत्र को बचाने का,
कांग्रेस ने भी लिया मंत्र है।। pic.twitter.com/dKL55Izqg2
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि, राजस्थान के राज्यपाल ने 21 दिनों के वक्त की बात इसलिए की है, ताकि बीजेपी अपनी स्थिति मजबूत कर सके। उन्होंने तंज कसा कि, कलराज जी की कला काबिल-ए-तारीफ है।
Rajasthan governor stalls the house for another 21 days which certainly offers BJP party to consolidate his position and to help add the number of horses in the stable of Haryana, Cong allies are steadfast to thwart any conspiracy. Kalraj Ji ke kala kaabil-e-tareef zarur hai.
— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) July 28, 2020
मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 6 विधायकों के कांग्रेस में जाने के खिलाफ बीजेपी ने राजस्थान हाईकोर्ट में दोबारा अर्जी लगाई है। बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने ये याचिका दाखिल की है। इससे पहले उनकी ही एक याचिका को राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दिया था।
BJP leader Madan Dilwar files another petition before Rajasthan High Court against the merger of six BSP MLAs in the state with Congress party.
— ANI (@ANI) July 28, 2020
The petition seeks cancellation of the membership of the six BSP MLAs from the state legislative Assembly. https://t.co/B7tdKQQJMg pic.twitter.com/JSslfskx80
Created On :   28 July 2020 10:50 AM IST