AMU में मोदी : प्रधानमंत्री मोदी बोले- अलीगढ़ विश्वविद्यालय भारत की अमूल्य धरोहर है
- 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था संबोधन
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का शताब्दी वर्ष समारोह आज
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम को ऑनलाइन करेंगे संबोधित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष संबोधित करते हुए कहा, मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं कि एएमयू के शताब्दी समारोह के इस ऐतिहासिक अवसर पर मुझे अपनी खुशियों के साथ जुड़ने का मौका दिया। आज विभिन्न विभागों की बिल्डिंग्स का खूबसूरती से सजाया गया है। ये सिर्फ बिल्डिंग ही नहीं हैं, इनके साथ शिक्षा को जो इतिहास जुड़ा है, वो भारत की अमूल्य धरोहर है।
पीएम मोदी ने कहा, आज एएमयू से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हैं।एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है। हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।
पीएम मोदी ने कहा, मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि एएमयू कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है। अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है। यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी। अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है। पीएम मोदी ने कहा, बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है। उर्दू, अरबी और फारसी भाषा पर यहां जो रिसर्च होती है, इस्लामिक साहित्य पर जो रिसर्च होती है, वो समूचे इस्लामिक वर्ल्ड के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा देती है।
पीएम मोदी ने कहा, आज देश जो योजनाएं बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं। बिना किसी भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले।बिना किसी भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए। बिना किसी भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला। आपको एक तरफ अपनी यूनिवर्सिटी की सॉफ्ट पावर को और निखारना है और दूसरी तरफ नेशन बिल्डिंग के अपने दायित्वों को पूरा करना है। मुझे विश्वास है कि एएमयू से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक छात्र अपने कर्तव्यों को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ेगा।
पीएम मोदी ने कहा, बिना किसी भेदभाव आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ। जो देश का है वो हर देशवासी का है और इसका लाभ हर देशवासी को मिलना ही चाहिए, हमारी सरकार इसी भावना के साथ काम कर रही है। देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें।सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है। देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है।
पीएम मोदी ने कहा, पहले मुस्लिम बेटियों को स्कूल ड्रॉपआउट रेट 70% से ज्यादा था वो अब घटकर करीब-करीब 30% रह गया है। पहले लाखों मुस्लिम बेटियां शौचायल की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़ देती थीं, अब हालात बदल रहे हैं। मुस्लिम बेटियों का स्कूल ड्रॉपआउट रेट कम से कम हो इसके लिए केंद्र सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। पीएम मोदी ने कहा, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में 21वीं सदी में भारत के छात्र-छात्राओं की जरूरतों को सबसे ज्यादा ध्यान में रखा गया है। हमारे देश के युवा Nation First के अहृवान के साथ देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पीएम मोदी ने कहा, सरकार higher education में number of enrollments बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है।
वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थे। आज 23 IITs हैं।
वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थे। आज 25 IIITs हैं।
वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे। आज 20 IIMs हैं।
पीएम मोदी ने कहा, Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है। 6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं। शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं। इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं। पीएम मोदी ने कहा, समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें।
56 साल बाद ऐसा पहला मौका
AMU (Aligarh Muslim University) के इतिहास में ऐसा 56 साल बाद हुआ है, जब किसी प्रधानमंत्री विश्वविद्यालय के कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी के आज के संबोधन से पहले साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह को संबोधित करने गए थे।
Created On :   22 Dec 2020 8:52 AM IST