एनकाउंटर पर सियासी सवाल: अखिलेश बोले- गाड़ी नहीं पलटी, सरकार पलटने से बचाई गई, प्रियंका ने कहा- अपराधी को संरक्षण देने वालों का क्या?
- अखिलेश ने कहा- कार नहीं पलटी
- राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई
- गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर पर राजनेताओं ने उठाए सवाल
- मायावती बोलीं- मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो निष्पक्ष जांच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में सरेंडर किया। जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले गई। शुक्रवार सुबह दुबे को कानपुर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसने भागने की कोशिश की और पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। एक तरफ इतने बड़े अपराधी के पकड़े और मारे जाने को पुलिस महकमे की सफलता माना जा रहा है वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में यह एक्शन सवालों के घेरे में है। कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने गैंगस्टर के एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं।
राहुल का योगी सरकार पर तंज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा- कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।
कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2020
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा,अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा है कि, उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ यूपी पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई। कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं? पूरे कांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए
उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ यूपी पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 10, 2020
कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं?
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच होनी चाहिए pic.twitter.com/W7UPsbW9p9
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है, दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है।
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर लाते समय पुलिस की गाड़ी पलटने और उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने के पूरे मामलों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
2. यह उच्च-स्तरीय जाँच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इन्साफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2020
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, जिसका शक था वही हुआ। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा।
जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 10, 2020
एक अन्य ट्वीट में सिंह ने कहा है, यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?
यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 10, 2020
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने उठाए ये सवाल...
विकास दुबे का 2017 का कबूलनामा वाला वीडियो देखिए। कई भाजपा नेताओं का नाम लिया है। इस बार भी सत्ता में बैठे और नाम बाहर आते।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 10, 2020
यूपी सरकार फाइल बंद करके सवालों पर ताला लगाने के मूड में है। लेकिन सवाल यह है कि सत्ता के गलियारों में विकास को किसका सरंक्षण था?
pic.twitter.com/kQ0k6BtesG
वहीं मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कानून ने अपना काम किया है। यह उन लोगों के लिए खेद और निराशा का विषय हो सकता है जिन्होंने विकास दुबे की गिरफ्तारी और अब मौत पर सवाल उठाए। मप्र पुलिस ने अपना काम किया, उसे गिरफ्तार किया और यूपी पुलिस को सौंप दिया।
Law has taken its course. It could be a matter of regret disappointment for those who raised questions on Vikas Dubey"s arrest y"daydeath today. MP Police did its job, it arrestedhanded him over to UP Police: Madhya Pradesh Home Minister Narottam Mishra on #vikasDubeyEncounter pic.twitter.com/GIiIChND66
— ANI (@ANI) July 10, 2020
Created On :   10 July 2020 1:12 PM IST