पुलिस के हाथ लगी अतीक के कारनामों से जुड़ी पर्सनल डायरी, पांच राज्यों में अतीक कैसे कर रहा था राज, डायरी उगलेगी एक एक कर सारे 'राज़'!

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रयागराज में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मारे गए अतीक अहमद को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस के हाथों अतीक के ससुर के घर से एक डायरी मिली है, जिसमें अतीक के कारोबार से जुड़े हुए लोगों का नंबर मौजूद है।
डायरी के मुताबिक, अतीक का कारोबार राजधानी दिल्ली से लेकर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात तक फैला हुआ है। इसमें कई बेनामी संपति और रियल एस्टेट के अलावा होटल से जुड़ा कारोबार भी शामिल है। छानबीन के दौरान पुलिस ने अतीक के साले जकी अहमद का आधार कार्ड भी बरामद किया है। डायरी में अतीक के पांच राज्यों में फैले हजारों करोड़ के साम्राज्य की लंबी फेहरिस्त है।
ऑपरेशन कोड नेम
इधर, पुलिस ने उमेशपाल हत्याकांड से जुड़े कोड वर्ड को लेकर भी खुलासा किया है। मालूम हो कि, इस हत्याकांड को अतीक के बेटे असद समेत उसके कई गुर्गों ने अंजाम दिया था। हालांकि, असद और उसका दोस्त गुलाम पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। हत्याकांड से जुडे़ एक मुख्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम अभी भी यूपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है। पुलिस हर दिन हत्याकांड से जुडे़ नए-नए खुलासे कर रही हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड का कोड नेम 'ऑपरेशन जानू' रखा गया था। जिसे अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने फाइनल किया था। उसने ही तय किया था कि हत्याकांड को अंजाम कौन-कौन से लोग देंगे।
पुलिस की गिरफ्त से बाहर शाइस्ता
जानकारी के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड से पहले शाइस्ता परवीन ने एक पार्टी आर्गनाइज करवाई थी, जिसमें उसके बेटे असद और गुड्डू मुस्लिम के अलावा घटना को अंजाम देने वाले लोग मौजूद थे। वारदात के ठीक एक दिन पहले असद अपने भाई उमर से मिलने के लिए लखनऊ जेल भी गया था। जेल में असद ने अपने भाई को ऑपरेशन जानू के बारे में जानकारी दी। अब इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले चार आरोपी इस दुनिया में नहीं है। अतीक की पत्नी भी यूपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रही है। जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।
छानबीन जारी
इसके लिए पुलिस ने 20 लोगों की एक लिस्ट बनाई है। जो शाइस्ता के मददगार हैं। पुलिस का अनुमान है कि मददगारों पर शिकंजा कसने पर शाइस्ता के बारे में जानकारी मिलेगी। इधर, दूसरी जांच एजेंसियों ने शाइस्ता पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने भी शाइस्ता के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। 50 बैंक खातों पर ईडी नजर बनाए हुए है। इनमें से अब तक 10 बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। साथ ही शाइस्ता को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह पर पुलिस ने नाकाबंदी लगा दी है। इधर, गुड्डू मुस्लिम के लिए भी पुलिस की टीम तलाशी अभियान जारी रखे हुए है।
Created On :   27 April 2023 7:02 PM IST