हिंदुस्तान में चल रहे हिजाब विवाद में कूदा पाकिस्तान, पर्दे के बहाने मोदी पर साधे निशाने
- मलाला यूसुफजई ने भी इस स्थिति को भयावह बताया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के कर्नाटक में मुस्लिम लड़कियों के स्कूल के अंदर हिजाब पहनने को लेकर चल रहे विवाद को पाकिस्तान सरकार और ज्यादा भड़काने में जुट गई है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी के पीएम मोदी और भारत को लेकर जहरीले बयान के बाद अब विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी हिजाब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कुरैशी ने कहा कि मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखना उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि दुनिया को यह समझना होगा भारत में यह मुसलमानों के दमन का प्लान है।
कुरैशी ने ट्वीट करके कहा, "मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखना उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन है। ऐसे किसी भी मूलभूत अधिकार से किसी को विमुख करना और उन्हें हिजाब पहनने को लेकर सताना दमनकारी है। दुनिया को निश्चित रूप से समझना होगा कि यह भारत सरकार के मुसलमानों के दमन के प्लान का हिस्सा है।
Depriving Muslim girls of an education is a grave violation of fundamental human rights. To deny anyone this fundamental right terrorise them for wearing a hijab is absolutely oppressive. World must realise this is part of Indian state plan of ghettoisation of Muslims.
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) February 9, 2022
इससे पहले पाकिस्तान के बड़बोले मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट करके कहा, "मोदी के भारत में जो कुछ चल रहा है, वह डरावना है। भारतीय समाज अस्थिर नेतृत्व में सुपर स्पीड से पतन की ओर जा रहा है। हिजाब पहनना अन्य ड्रेस की तरह से एक निजी पसंद का मामला है। नागरिकों को मुक्त होकर अपने फैसले लेने का अधिकार दिया जाना चाहिए। अल्लाह हू अकबर।"
What’s going on in #ModiEndia is terrifying, Indian Society is declining with super speed under unstable leadership. Wearing #Hujab is a personal choice just as any other dress citizens must be given free choice #AllahHuAkbar
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) February 8, 2022
पाकिस्तानी नेताओं की इस तरह की बयानबाजी, देश में दंगे भड़काने का काम कर सकती है।
ये है पूरा मामला
आपको बता दे कि हिजाब को लेकर कर्नाटक में बवाल मचा हुआ है। पिछले दिनों कुछ लड़कियों ने आरोप लगाया कि हिजाब पहनने के चलते उन्हें कैंपस और क्लास में प्रवेश नहीं करने दिया गया। हिजाब को लेकर प्रदर्शन पिछले महीने कर्नाटक के उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी महिला कॉलेज से शुरू हुआ था।
Created On :   9 Feb 2022 1:53 PM IST