नीरव मोदी के सामने अब भारत लौटने की मजबूरी, ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने भगोड़े नीरव मोदी की अंतिम दलील को खारिज किया
- नीरव मोदी को ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट से लगा करारा झटका
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण किए जाने के फैसले के खिलाफ ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट से करारा झटका लगा है। अब ब्रिटेन में उनके पास कोई कानूनी विकल्प नहीं बचा है। जिसकी मदद लेकर वह बच सकता हो। बता दें कि नीरव मोदी के पास प्रत्यर्पण टालने का यह अंतिम मौका था। इस वक्त नीरव मोदी लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है और अब उसे भारत लौटना ही होगा। नीरव मोदी ने पिछले माह ही युनाइटेड किंगडम की उच्च अदालत में याचिका दाखिल की थी और प्रत्यार्पण के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल करने की मांग की थी।
हालांकि, इससे पहले हाई कोर्ट ने नीरव मोदी की उस दलील को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने मानसिक स्वास्थ्य खराब होने पर भारत प्रत्यर्पण ना करने की मांग की थी। नीरव मोदी ने कहा कि यदि उसे भारत ले जाया गया तो फिर वह तनाव में आ जायेगा और ऐसी हालत में वह अपनी जान भी दे सकता है। जिसके बाद कोर्ट ने उसकी इस दलील को खारिज करते हुए कहा कि नीरव मोदी का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है और वह प्रत्यर्पण करने योग्य है। जिसके बाद नीरव मोदी यही नहीं रुका, उसने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन भगोड़े नीरव मोदी की अर्जी वहां पर भी नहीं चली। फिलहाल अब उसके भारत आने का रास्ता काफी हद तक साफ हो गया है।
साल 2018 में नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप उजागर होने से पहले ही वह भारत से भाग गया था। तब से ही भारत सरकार उसे प्रत्यर्पण करने की मांग कर रही है। लेकिन नीरव मोदी कोई न कोई दलील देकर बच जाता रहा है। देश की संसद में नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चोकसी जैसे कारोबारियों की धोखाधड़ी के मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर रहती है।
इतने पैसे लेकर भागा नीरव मोदी
नीरव मोदी पर देश से 13,500 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप है। हालांकि, सबसे ज्यादा पंजाब नेशनल बैंक से 7000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इसके अलावा नीरव मोदी पर सबूतों को मिटाने और गवाहों को धमकाने का भी आरोप है। नीरव मोदी जिस तरह से अपनी आखिरी दलील हारी है। इसे सरकार के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है।
Created On :   15 Dec 2022 6:27 PM IST