BJP को रोकने सांस्कृतिक आंदोलन चलाएंगी ममता, EVM पर उठाया सवाल
- बंगाल की संस्कृति पर गर्व-ममता
- बंगाली सांस्कृति का मुद्दा उठाएंगी ममता
- ममता ने कहा
- अमेरिका में भी ईवीएम से वोटिंग नहीं
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सोमवार को ममता बनर्जी ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने पार्टी के नव निर्वाचित सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक की। दो घंटे तक चली बैठक में ममता ने बीजेपी को रोकने के लिए आंदोलनों का खाका तैयार किया। ममता बांग्ला संस्कृति की पहचान को उभारकर बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे का जवाब देना चाहती हैं।
बैठक में तय किया गया कि टीएमसी समाज सुधाकर ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 200वीं जयंती धूमधाम से मनाएगी। बता दें कि चुनाव के पहले बीजेपी चीफ अमित शाह की रैली में विद्यासगर की प्रतिमा टूट गई थी। इस घटना के बाद टीएमसी ने बीजेपी पर मूर्ति तोड़ने का आरोप लगाया था। बैठक में ममता ने कहा कि उन्हें बंगाल की पहचान और संस्कृति पर गर्व है।
ममता ने कहा कि पूरे राज्य में उनकी पार्टी सांस्कृतिक आंदोलन चलाएगी। उन्होंने कहा कि राजा राममोहन राय, अंबेडकर, गांधी और बिरसा मुंडा इन सब पर हमें गर्व है। ममता ने कहा कि जय हिंदी वाहिनी नामक संस्था का गठन कर सांस्कृतिक आंदोलनों को मजबूत किया जाएगा।
ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिट वोटिंग मशीन) की जगह बैलेट पेपर से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पूरे देश में ईवीएम के खिलाफ अभियान चलाएंगी। ममता ने कहा कि अमेरिका ने भी ईवीएम नकार दिया है। उन्होंने कहा कि ईवीएम को एक खास पार्टी के लिए प्रोग्राम किया गया था, इसलिए वो 23 सीटें जीतने को लेकर आश्वस्त थे।
Created On :   3 Jun 2019 3:28 PM GMT