भारत-पाक ने किए कर्तारपुर कॉरिडोर के एग्रीमेंट पर साइन, 9 नवंबर को उद्घाटन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान ने आखिरकार गुरुवार को करतारपुर कॉरिडोर के एग्रीमेंट पर साइन कर दिए। गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक के पास जीरो पॉइंट पर दोनों देशों ने ये एग्रीमेंट साइन किया है।
पाकिस्तान ने भारत को लंगर (सामुदायिक रसोई) और "प्रसाद" के वितरण के लिए पर्याप्त प्रावधान करने का आश्वासन दिया है। तीर्थयात्रियों को अधिकतम 11,000 रुपये और 7 किलो का बैग ले जाने की अनुमति होगी, और उन्हें धर्मस्थल से आगे जाने की अनुमति नहीं होगी।
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी पक्ष के साथ 14 मार्च को पहले दौर की वार्ता हुई थी। अधिकारियों के स्तर की वार्ता के साथ, दोनों पक्षों ने परियोजना के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए एक्सपर्ट लेवल की कई दौर की मीटिंग आयोजित की। अब तक अधिकारियों के स्तर की वार्ता के तीन दौर हुए हैं।
दोनों पक्षों ने अपनी बातचीत के दौरान, तीर्थयात्रियों की संख्या से लेकर कॉरिडोर कितने दिनों तक खुला रहेगा इसे लेकर चर्चा की गई। सिख तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित की गई पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (PSGPC) के कंपोजिशन पर भी दोनों देशों के बीच लंबी चर्चा के बाद सहमति बन गई।
करतारपुर कॉरिडोर एग्रीमेंट पर साइन करने में भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का मुख्य बिंदु तीर्थयात्री से 20 डॉलर का सेवा शुल्क वसूलना था। भारत ने लगातार पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों पर कोई शुल्क नहीं लगाने का आग्रह किया था। पिछली तीन सचिव स्तरीय बैठकों में, भारत ने तीर्थयात्रियों के लिए शुल्क-मुक्त तीर्थयात्रा के लिए जोर दिया, जिसमें तर्क दिया गया कि तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क वसूलना धार्मिक और आध्यात्मिक भावनाओं के अनुरूप नहीं है।
भारत ने हालांकि, "तीर्थयात्रियों के हित में" करतारपुर कॉरीडोर एग्रीमेंट पर साइन करने का फैसला लिया। इस बीच, गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों के लिए "डूज और डोनट्स" जारी किया है। 13 वर्ष से कम आयु के बच्चों और 75 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को ग्रुप में यात्रा करनी होगी। तीर्थयात्री सुबह यात्रा करेंगे और उसी दिन वापस लौटना होगा।
गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से तीन दिन पहले 9 नवंबर को पाकिस्तान सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलेगा। हर दिन भारत से लगभग 5,000 सिख तीर्थयात्री करतारपुर जाएंगे। यह कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक श्रीन से जोड़ेगा। तीर्थयात्रियों को अधिकतम 11,000 रुपये और 7 किलो का बैग ले जाने की अनुमति होगी। उन्हें धर्मस्थल से आगे जाने की अनुमति नहीं होगी।
Created On :   24 Oct 2019 9:22 PM IST