फंसे छात्रों को लेकर बोली कर्नाटक सरकार, सुरक्षित निकालने के लिए समन्वय कर रहे राजनयिक
- दूतावास द्वारा प्रदान की गई आपातकालीन सेवा
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने शुक्रवार को यूक्रेन में फंसे राज्य के छात्रों से शांत रहने और ²ढ़ता के साथ स्थिति का सामना करने की अपील की और कहा कि आश्वस्त रहें कि सुरक्षित निकासी के लिए समाधान पर काम किया जाएगा।
छात्रों को भारतीय दूतावास द्वारा समय-समय पर जारी की गई सलाह का पालन करने की सलाह दी गई, जो उनके विश्वविद्यालयों के साथ लगातार संपर्क में है। यदि कोई गंभीर आपात स्थिति है, तो उन्हें दूतावास द्वारा प्रदान की गई आपातकालीन लाइनों से संपर्क करना चाहिए, जबकि यूक्रेन की सीमा से लगे देशों में राजनयिक वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित निकासी के लिए रणनीतिक स्थानों पर हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव और नोडल अधिकारी व्यक्तिगत रूप से विदेश मंत्रालय और कीव में दूतावास के साथ मामलों की जांच कर रहे हैं। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद से विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए मिशन मोड में वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है।
केएसडीएमए ने यूक्रेन में फंसे लोगों की प्रासंगिक जानकारी एकत्र करने के लिए एक वेब पोर्टल बनाया है, जो कर्नाटक से हैं। संचार के लिए बनाया गया ऐप फंसे हुए व्यक्तियों की जानकारी और विदेश मंत्रालय की वेबसाइट और केंद्र से एकत्र की गई प्रासंगिक जानकारी प्रदान करता है। केएसडीएमए का नियंत्रण कक्ष नवीनतम अपडेट देते हुए मुखबिरों से बात करेगा और आवश्यकतानुसार जानकारी एकत्र करेगा। राज्य सरकार, हेल्पलाइन और नंबर और वेब एप्लिकेशन के माध्यम से कर्नाटक में फंसे छात्रों के डेटा को एकत्रित करने के बाद, नई दिल्ली में एमईए नियंत्रण कक्ष और कीव में भारतीय दूतावास के साथ वास्तविक समय के आधार पर विवरण साझा करेगी। केएसडीएमए ने कहा कि कर्नाटक के कुल 346 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिनमें से 115 बेंगलुरु के थे।
(आईएएनएस)
Created On :   25 Feb 2022 6:30 PM GMT