उधमपुर-श्रीनगर हाइवे पर दो दिन चलेगा सुरक्षाबलों का काफिला, निजी गाड़ियों पर रहेगा बैन
- बारामूला से उधमपुर तक हफ्ते में दो दिन गुजरेगा सुरक्षाबलों का काफिला।
- राष्ट्रीय राजमार्ग पर 31 मई तक निजी गाड़ियों पर रहेगा बैन।
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हफ्ते में दो दिन नागरिक यातायात पर बैन लगा दिया गया है। इन दो दिनों में सुरक्षाबलों का काफिला गुजरेगा। इस दौरान नागरिक यातायात और निजी गाड़ियों की आवाजाही बंद रहेंगी। बारामूला से उधमपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर 31 मई तक हर हफ्ते रविवार और बुधवार को नागरिक यातायात को बंद कर दिया जाएगा।
31 मई तक आम लोगों की गाड़ियों पर रहेगा बैन
दरअसल पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबल और सरकार सतर्कता बरत रहे हैं। इसी के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने फैसला लिया है कि, जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर हफ्ते में दो दिन सिर्फ सुरक्षाबलों का काफिला चलेगा। इस दौरान कोई भी सिविलियन मूवमेंट नहीं होगा यानी आम लोगों की गाड़ियों को पूरी तरह से बैन रहेगा। फिलहाल यह फैसला लोकसभा चुनावों को देखते हुए 31 मई तक के लिए लागू किया गया है।
रविवार और बुधवार को गुजरेगा सुरक्षाबलों को काफिला
जानकारी के मुताबिक, आम लोगों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार ने सुरक्षाबलों के मूवमेंट के लिए दो दिन रविवार और बुधवार तय किए हैं। इस दौरान हाइवे पर सुबह 4 बजे से शाम 5 बजे तक सिविलियन ट्रैफिक पूरी तरह बंद रहेगा। यह प्रतिबंध बारामूला से लेकर श्रीनगर, काजीगुंड, जवाहर टनल, बनिहाल और रामबन के रास्ते उधमपुर तक रहेगा। सरकार ने यह भी फैसला किया है, अगर किसी इमरजेंसी के दौरान किसी आम गाड़ी को जाने की बहुत ज्यादा जरूरत होगी तो पुलिस और प्रशासन कर्फ्यू जैसे हालात के दौरान की जाने वाली कार्रवाई की तरह जरूरी कार्रवाई पूरी करेंगे।
उमर अब्दुल्ला ने पीएम पर साधा निशाना
वहीं आम लोगों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करने के फैसले को नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा को संभालने में पीएम मोदी की नाकामी का सबूत बताया है। उमर ने ट्वीट कर कहा, मोदी सरकार एक और मामले में पहले स्थान पर। पहली बार देरी से विधानसभा चुनावों के बाद अब यह हैरान करने वाला कदम। बीते 30 साल में राष्ट्रीय राजमार्ग को आम लोगों के यातायात के लिए कभी इस तरह से बंद नहीं किया गया। उन्होंने कहा, यह जम्मू कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा को संभालने में नाकामी की स्पष्ट स्वीकारोक्ति है।
Another 1st for the Modi government after the 1st ever delayed assembly election now this shocker - never before in 30 years has the national highway ever been closed for civilian traffic like this. It’s a glaring admission of failure to manage the internal security of JK. https://t.co/GRBILW9OkW
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 3, 2019
गौरतलब है कि, 14 फरवरी को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था। जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर ही बनिहाल में एक आतंकी ने अपनी कार को सीआरपीएफ के काफिले के पास ले जाकर उड़ा लिया था। पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक एडवाजरी जारी कर कहा था, सुरक्षाबलों के काफिले के साथ किसी आम नागरिक को कार ले जाने की अनुमति नहीं होगी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी साफ निर्देश दिए थे कि, सुरक्षाबलों के काफिले के गुजरने के दौरान किसी भी तरह का सिविलियन ट्रैफिक रूट पर नहीं होना चाहिए।
Created On :   4 April 2019 9:49 AM IST