एयरफोर्स को मिलेंगे 83 तेजस फाइटर जेट्स, सरकार ने 48 हजार करोड़ की डील को दी मंजूरी, रक्षा मंत्री बोले- ये डील गेम चेंजर

Indian Airforce to get 83 Tejas fighter jets, government approves 48 thousand crore deal
एयरफोर्स को मिलेंगे 83 तेजस फाइटर जेट्स, सरकार ने 48 हजार करोड़ की डील को दी मंजूरी, रक्षा मंत्री बोले- ये डील गेम चेंजर
एयरफोर्स को मिलेंगे 83 तेजस फाइटर जेट्स, सरकार ने 48 हजार करोड़ की डील को दी मंजूरी, रक्षा मंत्री बोले- ये डील गेम चेंजर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान से चल रहे सीमा विवाद के बीच मोदी सरकार ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 अतिरिक्त एडवांस तेजस फाइटर जेट खरीदने की मंजूरी दे दी है। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। जानकारी के अनुसार यह रक्षा सौदा करीब 48,000 करोड़ रुपये के सबसे बड़ा स्वदेशी रक्षा खरीद सौदा होगा। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा कि यह सौदा भारतीय रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए एक गेम-चेंजर होगा। 

भारतीय वायुसेना के पास 123 एडवांस तेजस जेट हो जाएंगे
बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है। यानि कि अब देश के पास कुल 123 एडवांस तेजस जेट हो जाएंगे। इन 123 जेट के अतिरिक्त भारत 170 तेजस Mark-2 की खरीद को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है, जो कि पॉवरफुल इंजन और एडवांस टेक्नोलॉजी से बना होगा।

रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘ये डील देश के लिए गेम चेंजर साबित होगी। रक्षा के क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती मिलेगी। ये सभी फाइटर जेट हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) तैयार करेगी। लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) 1A तेजस फाइटर तैयार करने के लिए HAL ने नासिक और बेंगलुरु में सेटअप तैयार कर लिया है।

तेजस 60% स्वदेशी होगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि LCA तेजस के MK1A वैरिएंट में 50% की बजाय 60% स्वदेशी उपकरण और तकनीक का यूज किया जाएगा। LCA तेजस इंडियन एयरफोर्स फ्लीट की रीढ़ की हड्‌डी बनने जा रही है। इससे एयरफोर्स की मौजूदा ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा।

तेजस स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस लड़ाकू विमान है और इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है। तेजस चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2029 तक सभी 83 विमानों को वायुसेना को सौंपने का लक्ष्य है। इन 83 विमानों से वायुसेना की कम से कम छह स्कॉवड्रन बन जाएंगी। एक स्कॉवड्रन में 16-18 शक्तिशाली लड़ाकू विमान होते हैं। बता दें कि ये 83 मार्क वन-ए फाटइर जेट पुराने सौदे वाले मार्क वन से ज्यादा एडवांस यानी घातक और खतरनाक हैं।

क्या है तेजस की खासियत ?

  • तेजस हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मिसाइल छोड़ सकता है।
  • इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं।
  • तेजस 42% कार्बन फाइबर, 43% एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है।
  • तेजस भारत में विकसित किया गया हल्का और मल्टीरोल फाइटर जेट है।
  • इसे हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है।
  • तेजस को एयरफोर्स के साथ नेवी की जरूरतें पूरी करने के हिसाब से भी तैयार किया जा रहा है।
  • तेजस से हवा से हवा में मार करने वाली BVR मिसाइल का सफल परीक्षण किया जा चुका है।
  • तेजस विमानवाहक पोत से टेकऑफ और लैंडिंग का परीक्षण एक ही उड़ान में पास कर चुका है।
  • तेजस ने रात में अरेस्टेड लैंडिंग का ट्रायल भी कामयाब रहा था। DRDO ने यह परीक्षण किया था।
  • पाकिस्तान से सटे गुजरात के नलिया और राजस्थान के फलौदी एयरबेस पर इसकी स्क्वाड्रन तैनात की जा रही है।

Created On :   13 Jan 2021 7:07 PM IST

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