कश्मीर मुद्दा: भारत ने ट्रंप को दी नसीहत, कहा- हमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं
- कश्मीर में तनावपूर्ण माहौल बनाने की पाक की सारी कोशिशें विफल
- पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का डबल स्टैंडर्ड उजागर हो चुका है
- रवीश कुमार ने कहा- कश्मीर मुददे पर तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर मुद्दे पर भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति को दो टूक कहा है कि यह हमारा आंतरिक मामला है इस पर किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। रवीश कुमार ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि कश्मीर में तनावपूर्ण माहौल बनाने के लिए पाकिस्तान की सारी कोशिशें विफल हो चुकी हैं और पूरी दुनिया के सामने उसका डबल स्टैंडर्ड उजागर हो चुका है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावोस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान कश्मीर मुद्दे को उठाया था। तब अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाक पीएम को भारतीय प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा करने का भरोसा जताया था। ट्रंप ने कहा था कि इमरान उनके बेहद करीबी दोस्त हैं और उनके लिए वे भारतीय पीएम से जरूर बात करेंगे।
MEA: In last plenary meeting, the body had expressed concerns with overall lack of progress by Pak to address its terror financing risks, incl.serious deficiencies in demonstrating understanding of its transnational terror financing risks emanating from areas under its control. https://t.co/sbGOPg8119
— ANI (@ANI) January 23, 2020
ट्रम्प के बयान पर पर प्रतिक्रिया देते हुए रवीश कुमार ने कहा कि, "कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष को लेकर हमारा पक्ष स्पष्ट है और उसमें कोई बदलाव नहीं होने वाला है। मैं एक बार फिर से दोहराना चाहता हूं कि इस मामले में तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है।" उन्होंने कहा कि अगर कोई द्विपक्षीय मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच है तो शिमला समझौते व लाहौर घोषणा के तहत दोनों देशों के बीच ही होना चाहिए, लेकिन यह पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह बातचीत के लिए सही माहौल तैयार करे। इसके लिए उसे आतंकवाद और हिंसा का रास्ता छोड़ना होगा।
पेरिस में 16 फरवरी को होगी FATF की बैठक
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आतंकवाद के लिए पाकिस्तान की फंडिंग पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि FATF ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसा है। पेरिस में 16 फरवरी से बैठक हो रही है। हमें लगता है कि तय मापदंडों के अनुसार यह देखा जाएगा कि पाक ने आतंकवाद पर लगाम कसने के लिए क्या-क्या किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह से आतंकवाद का वित्तीय पोषण कर रहा है, वह चिंता का विषय है। अब FATF के सदस्यों को देखना है कि इमरान सरकार ने इसे बंद करने के लिए क्या किया है।
ट्रंप ने चौथी बार कश्मीर मुद्दा उठाया
बीते छह महीने में यह चौथा मौका है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चौथी बार कश्मीर पर मध्यस्थता करने की बात कही है। आखिरी बार सितंबर 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा से अलग एक ट्रंप और इमरान खान ने मुलाकात की थी और तब भी ट्रंप ने मध्यस्थता की बात कही थी।
Created On :   23 Jan 2020 6:33 PM IST