Indian Army Day 2020: जानें क्यों मनाया जाता है आर्मी डे, जानें इसे जुड़ी खास बातें
- भारतीय सेना दुनिया की तीसरी बड़ी सेना है
- मार्शल केएम करियप्पा पहले थलसेना प्रमुख थे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 15 जनवरी को आर्मी डे (Army Day) मनाया जाता है। इस दिन देश को पहला भारतीय आर्मी जनरल मिला था। 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने थलसेना प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था। स्वतंत्रता से बाद सेना के पहले दो चीफ ब्रिटिश थे। करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर की जगल की थी। बुचर से पहले जनरल सर रॉबर्ट मैक्ग्रेगॉर लोकहार्ट आर्मी चीफ रहे।
करियप्पा ने जब सेना की कमान संभाली तक उनकी आयु 49 वर्ष थी। वह चार साल आर्मी चीफ के पद पर रहे और 16 जनवरी 1953 को रिटायर हो गए। भारत पाकिस्तान दोनों देशों की सेनाओं के बंटवारे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसे उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया था। अप्रैल 1986 में उन्हें बेहतरीन सैन्य सेवाओं के लिए पांच सितारा रैंक फील्ड मार्शल से सम्मानित किया गया।
आइए जानते हैं आर्मी डे से जुड़ी खास बातें:
- - 15 जनवरी को आर्मी डे पर दिल्ली के परेड ग्राउंड पर आर्मी डे परेड का आयोजन होता है। इस दिन तमाम कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
- - आर्मी डे पर थलसेना प्रमुख शानदार सेवाओं के लिए जवानों को सम्मानिक करते हैं।
- - परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं को भी आर्मी डे परेड में बुलाया जाता है।
- - भारतीय सेना के पास ताजिकिस्तान में एक बाहरी केंद्र भी है।
- - भारतीय सेना सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर को नियंत्रित करती है।
- - भारतीय सेना ने उत्तराखंड में बाढ़ से कई लोगों को बचाया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा बचाव अभियान था।
- - भारतीय सेना दुनिया की तीसरी बड़ी सेना है।
Created On :   15 Jan 2020 5:32 AM GMT