विवेका हत्याकांड में सीबीआई का फोकस आरोपी से सरकारी गवाह बने शेख की सुरक्षा पर

In the Viveka murder case, the focus of the CBI is on the safety of the accused-turned-government witness Sheikh
विवेका हत्याकांड में सीबीआई का फोकस आरोपी से सरकारी गवाह बने शेख की सुरक्षा पर
देश विवेका हत्याकांड में सीबीआई का फोकस आरोपी से सरकारी गवाह बने शेख की सुरक्षा पर

डिजिटल डेस्क, कडप्पा (आंध्र प्रदेश)। विवेकानंद रेड्डी हत्याकांड की जांच महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है, ऐसे में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच अब आरोपी से सरकारी गवाह बने शेख दस्तागिरि की सुरक्षा पर केंद्रित है। सीबीआई के अधिकारियों ने मंगलवार को कडप्पा जिले के पुलिवेंदुला शहर में दस्तागिरि के घर का दौरा किया और उन्हें दी जा रही सुरक्षा का विवरण एकत्र किया। उन्होंने उन्हें सलाह दी कि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल उनके संज्ञान में लाएं।

सीबीआई के अधिकारियों ने मामले में ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर दस्तागिरि को अलर्ट पर रहने को कहा। दस्तागिरि ने पहले भी कई मौकों पर कहा था कि उन्हें अपनी जान का खतरा है। विवेकानंद रेड्डी के ड्राइवर के तौर पर काम कर चुके दस्तागिरि ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए सुरक्षा की मांग की थी। मामले में आरोपी नंबर चार दस्तागिरि ने कहा कि 2021 और 2022 में मामले में सीबीआई को दो बयान देने के बाद से उनकी और उनके परिवार के सदस्यों की जान को खतरा बढ़ गया है। इस बीच, तेलंगाना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कडप्पा सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तेलंगाना उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश को खारिज कर दिया था, जिसमें सीबीआई द्वारा 25 अप्रैल तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रतियां उपलब्ध नहीं होने के कारण हाईकोर्ट ने सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी। शीर्ष अदालत ने विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता रेड्डी द्वारा दायर याचिका पर आदेश सुनाया था। प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की खंडपीठ ने मामले की जांच पूरी करने की समय सीमा भी 30 जून तक बढ़ा दी। सुप्रीम कोर्ट ने पहले सीबीआई के लिए 30 अप्रैल की समय सीमा तय की थी।

अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई और वर्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा विवेकानंद रेड्डी की चुनाव से कुछ हफ्ते पहले 15 मार्च, 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी। राज्य के 68 वर्षीय पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद अपने घर पर अकेले थे, तभी अज्ञात लोगों ने उनके घर में घुसकर हत्या कर दी। कुछ रिश्तेदारों पर शक जताने वाली सुनीता रेड्डी की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने 2020 में मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। मामले की जांच में तेजी लाते हुए सीबीआई ने हाल ही में अविनाश रेड्डी के पिता वाईएस भास्कर रेड्डी और उनके अनुयायी उदय कुमार रेड्डी को गिरफ्तार किया था। भास्कर रेड्डी विवेकानंद रेड्डी के चचेरे भाई हैं।

(आईएएनएस)

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Created On :   25 April 2023 11:00 PM IST

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